हिमाचल प्रदेश में दो दिन की बर्फबारी से 6 नेशनल हाईवे सहित 411 से ज्यादा सड़कें और 1506 बिजली के ट्रांसफॉर्मर बंद हो गए हैं। इससे शिमला, चंबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति और किन्नौर जिला के सैकड़ों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है और हजारों गांवों में ब्लैक आउट हो गया है।बर्फ जमने से पहाड़ों की सड़कें बेहद खतरनाक हो गई हैं। इसे देखते हुए पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को ऐसी जोखिम भरी सड़कों पर सफर नहीं करने की सलाह दी गई है।
शिमला-रामपुर NH बंद होने से अपर शिमला का राजधानी से संपर्क कट गया है। राजधानी शिमला में भी सड़कों में फिसलन काफी हैं जिसकी वजह से यातायात प्रभावित है।
वहीं ठियोग-रोहडू NH और ठियोग-चौपाल हाईवे भी बंद पड़ा है। उम्मीद है कि आज शाम तक तीनों सड़कों को बहाल कर दिया जाए।
वहीं सैंज-लुहरी NH भी बंद है। इसके अगले तीन-चार दिन तक खुलने की संभावना नहीं है। रिकांगपियो-कल्पा, मनाली-केलांग, समदो-काजा और चंबा-भरमौर NH भी बंद पड़े हैं। इससे 376 रूट अकेले हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के प्रभावित हुए। इसी तरह लगभग 250 रूटों पर प्राइवेट बसें भी नहीं चल पाई।
शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति और चंबा में सैकड़ों छोटी बड़ी गाड़ियां भारी हिमपात की वजह से सड़क किनारे फंसी हुई है। विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि आज प्रदेश के मध्यम ऊंचाई और निचले इलाकों में मौसम साफ रहेगा। मगर, अधिक ऊंचे कुछेक स्थानों पर हल्का हिमपात हो सकता है। कल यानी तीन और चार फरवरी को फिर से वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होगा। इससे प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है।