किन्नौर जिले के निगुलसरी में एनएच-5 पांच दिन बाद भी बहाल नहीं हो सका। किन्नौर में डीजल-पेट्रोल का संकट हो गया है। कुछ जरूरी सामान की भी किल्लत हो गई है। जिला प्रशासन ने वाहनों में तेल भरवाने की मात्रा तय कर दी है। किन्नौर के सहायक आयुक्त संजीव कुमार भोट ने बताया कि किन्नौर जिले में पेट्रोल और डीजल के दो टैंकर पहुंचे हैं। पेट्रोल और डीजल के लिए जिला प्रशासन ने कुछ पाबंदियां लगाई हैं।
कार के लिए पांच लीटर, मोटरसाइकिल के लिए दो लीटर, ट्रक के लिए 80 लीटर, जीप के लिए 10 लीटर और स्कूल बस को 10 लीटर तेल उपलब्ध करवाने के फरमान जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री के आदेश पर पर्यटकों के वाहनों और सेब, मटर से लदे वाहनों को उपयुक्त तेल उपलब्ध करवाया जा रहा है।
एनएच बहाली में पहाड़ी से गिर रहे पत्थर बाधा बन रहे हैं। हालांकि मार्ग बहाली का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है और एनएच प्राधिकरण दोनों छोर से सड़क का निर्माण कर रहा है। उधर, नेसंग में एनएच पांच बाधित होने से हजारों लोगों की परेशानियां बढ़ गईं। मंगलवार को पहाड़ी से चट्टानें दरकने के कारण एनएच आवाजाही के लिए बाधित हो गया। करीब पांच घंटे तक यहां वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।