Ayurvedic Nature Assessment Kangra: कांगड़ा जिला में आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल के तहत 37,233 मरीजों का प्रकृति परीक्षण किया गया है। यह प्रक्रिया आयुर्वेद चिकित्सक मोबाइल ऐप के माध्यम से की गई, जिसमें मरीजों की बीमारियों, शारीरिक संरचना और जीवनशैली से संबंधित सभी जानकारी डिजिटल रूप में दर्ज की गई। इस परीक्षण का उद्देश्य मरीजों को मौसम के अनुसार उनके स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त खान-पान और दिनचर्या की सलाह देना है, ताकि बीमारियों की संभावना को कम किया जा सके।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. हरीश भारद्वाज ने बताया कि आयुर्वेद चिकित्सक मोबाइल ऐप पर 23 सवालों की प्रश्नोत्तरी के माध्यम से मरीजों की जानकारी एकत्रित की गई। मरीजों का लंबाई और वजन दर्ज करना अनिवार्य था। इस प्रक्रिया के तहत मरीजों को उनकी प्रकृति के अनुसार खान-पान और दिनचर्या की सटीक सलाह दी जाएगी।
केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक आयोजित इस कार्यक्रम में कांगड़ा जिले को 25,000 मरीजों के परीक्षण का लक्ष्य दिया गया था। हालांकि, जिला के आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने इस लक्ष्य को पार करते हुए 37 हजार से अधिक मरीजों तक पहुंच बनाई।
डॉ. भारद्वाज ने बताया कि जिन मरीजों का प्रकृति परीक्षण किया गया है, उन्हें अब मौसम के अनुसार मैसेज भेजा जाएगा, जिससे वे सही आहार और दिनचर्या अपनाकर स्वस्थ जीवन जी सकें। यह पहल आयुर्वेद के उस सिद्धांत को बढ़ावा देती है, जिसमें बीमारियों को रोकने पर विशेष जोर दिया गया है।
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