मंडी जेल में ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा कैदी भाइयों को रक्षा सूत्र बांधा गया. ब्रह्माकुमार इशांत भाई ने सभा को संस्था की गतिविधियों और जीवन में आध्यात्मिकता के महत्त्व के बारे में अवगत कराया. तत्पश्चात राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी दीपा बहन ने रक्षाबंधन के आध्यात्मिक रहस्य से परिचित कराया.
उन्होंने कहा कि तिलक आत्म स्मृति कि निशानी है, मुख मीठा करना संयमित मधुर बोल का, व धागा दृढ़ संकल्प का प्रतीक है. हमें इन धाराणाओं को अपने जीवन का हिस्सा बनाना है. राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रुमा बहन ने कैदी भाइयों को राजयोग मैडिटेशन का अभ्यास कराया. अंत में सभी को रक्षा सूत्र बांधे गए और सब ने प्रतिज्ञा की हम अपनी वाणी पर सदा संयम रखेंगे, बदला नहीं लेंगे बदल कर दिखाएंगे तथा स्व-परिवर्तन से विश्व परिवर्तन करेंगे. जेल अधीक्षक श्री ओ. पी. ठाकुर जी को संस्था कि तरफ से ईश्वरीय सौगात दी गई.