मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि भारी बारिश के कारण पूरे प्रदेश में नुकसान हुआ है। सड़कें अवरुद्ध हैं और उनको खोलने के लिए गंभीर प्रयास नहीं हो रहे हैं जबकि ऐसी स्थिति में युद्धस्तर पर काम होना चाहिए जो अभी तक कहीं दिखा नहीं है।
मंडी और कुल्लू का संपर्क डेढ़ माह से कटा हुआ है। लोग संकट में हैं, कहीं राशन का संकट है तो कहीं पेट्रोल डीजल खत्म है। यहां कुकलाह में सारे इलाके में अधिकांश घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं ।
एक ही दिन में हमारे सराज में यहां छः लोगों की दुखद मौत हुई है। गांव में राशन की किल्लत हो गई है। मैने पिछले कल ही मुख्यमंत्री जी से बात की है कि सराज में राशन की व्यवस्था की जाए। हमारे कई गांव के लोग रिश्तेदारों के घर में ठहराए हैं। बहुत परेशानी है। तीन चार जगह चौपर से राशन आज पहुंचा दिया है। ये स्थिति असामान्य है।
सराज के विधायक एवम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बुधवार को कुकलाह पंचायत का दौरा किया और प्रभावितों से मिले। इस दौरान वे पंडोह से आगे पांच किलोमीटर पैदल ही बाढ़ प्रभावित गांव तक पहुंचे और रास्ते में जगह-जगह भूस्खलन के कारण प्रभावित हुए लोगों से मिले और नुकसान का जायजा लिया। कुकलाह पहुंचने पर उन्होंने बादल फटने से तबाह हुए स्कूल परिसर और क्षतिग्रस्त घरों का जायजा लिया। ग्रामीणों ने बताया कि यहां 12 मकान क्षतिगस्त हो गए हैं।
वे इसी पंचायत के जयानंद से भी वे मिले और उनके बेटे की दुखद मृत्यु पर शोक जताया। बता दें कि जयानंद का 22 वर्षीय बेटा नोक सिंह बादल फटने के बाद कुकलाह नाले में आई बाढ़ की चपेट में आ गया था और मलबे से उसकी लाश मिली थी। इस दौरान उनके साथ तांदी की प्रधान अमरावती, कुकलाह के प्रधान नोक सिंह, भाजपा नेता गुलजारी लाल, झाबे राम, युवा मोर्चा के नेता पवन ठाकुर सहित अन्य कार्यकर्ता साथ रहे।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सराज में अधिकांश सड़कें बंद हैं। कई पंचायतों में सड़कें अवरूद्ध होने से पिछले डेढ़ माह से भी अधिक समय से एक भी वाहन नहीं पहुंचा है और लोगों को राशन भी भारी किल्लत हो रही है।
बंद सड़कों को युद्धस्तर पर खोलने के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। बादल फटने की घटना के बाद डीसी मंडी जिला मुख्यालय से मौके पर पहुंचते हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है जो बेहद चिंता का विषय है। सैंकड़ों गांवों का संपर्क कटा हुआ है
और बिजली-पानी का संकट दूर करने के लिए फील्ड में अधिकारी दिखाई नहीं दे रहे हैं। डीसी मंडी से फोन पर बात कर दुर्गम इलाकों में राशन और दवाइयां हेलीकॉप्टर से भेजने का आग्रह किया था और आज ये सप्लाई भेज दी गई है। उन्होंने इस आपात स्थिति में वायु सेना का आभार जताते हुए कहा कि लोगों की जिंदगियां बचाने के साथ दुर्गम इलाकों में जरूरी सामान पहुंचाने के लिए पिछले डेढ़ माह से सेना के जवान सेवाएं दे रहे हैं
जिससे स्थिति कंट्रोल में है लेकिन अगर सड़कें इसी तरह बंद रहती तो लोगों को भूखे मरने की नौबत आती। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि गांव स्तर पर लोगों की मदद के लिए टीमें बनाएं और संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। इस समय मानवता की सेवा ही हमारा प्रथम कर्तव्य होना चाहिए। लोग संकट में हैं और संकट में मदद करने वालों को ही याद किया जाता है।