BJP के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बढ़ती आबादी पर चिंता जताई है। शांता ने कहा कि देश में लगातार बढ़ती आबादी के कारण आबादी का संतुलन बिगड़ गया है। कुछ समुदाय अधिक शादियां करके अधिक बच्चे पैदा कर रहे हैं। जनगणना के आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं। लेकिन इस समस्या का ईलाज हिंदुओं द्वारा और अधिक बच्चे पैदा करना बिलकुल नहीं है।
शांता ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के विकास में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। इससे अधिक और कुछ नहीं हो सकता। कई प्रकार की योजनाओं से देश की गरीबी और बेरोजगारी को दूर करने की कोशिश हो रही है। लेकिन यह एक कठोर सत्य है कि विकास के सभी लाभ बढ़ती आबादी का राक्षक निगल रहा है। पीएम मोदी के सब प्रकार के प्रयत्नों के बाद भी देश में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ रही है। हर साल कई करोड़ लोग बढ़ जाते हैं। 35 करोड़ से बढ़ते-बढ़ते आज भारत 140 करोड़ पर पहुंच गया है। कई सालों के बाद भारत चीन को भी पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि देश की गरीबी और बेरोजगारी दूर करने का एक ही तरीका है कि बढ़ती आबादी के विस्फोट को रोका जाए। सरकार एक कानून बनाए- दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर रोक लगे और यह कानून देश के सभी संप्रदायों पर लागू हो। इतना ही नहीं आबादी कम करने के लिए एक बच्चे के परिवार को इतनी अधिक सुविधाएं दी जाएं कि आबादी घटनी शुरू हो जाए। शांता ने हिंदू नेताओं से आग्रह किया है कि वे इस दृष्टि से पीएम मोदी से मिलें । हालांकि ये समस्या उनके ध्यान में भी है। पूरे देश के सभी हिंदू नेता इक्टठे होकर पीएम मोदी से आग्रह करें और जनसंख्या को रोकने के कानून पास हो।
शांता कुमार ने विश्व हिंदू परिषद से भी आग्रह किया है कि वे नेतृत्व करें और पूरे हिंदू समाज की और से भारत सरकार को कानून बनाने के लिए विवश करें।
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