मौसम विभाग की चेतावनी आखिरकार सच साबित हुई। सोमवार की सुबह से प्रदेश में बारिश व बर्फबारी ने मौसम का मिजाज बेहद ठंडा कर दिया। शिमला सहित पर्वतीय इलाकों में नए साल का दूसरा हिमपात हुआ और इस कारण 5 नेशनल हाईवे औऱ 70 सड़कों के अवरूद्व होने से परिवहन व्यवस्था चरमरा गई। शिमला, मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कांगड़ा जिलों में सड़कों के अवरूद्व होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। बर्फबारी के कारण शिमला के उपरी इलाकों का राज्य मुख्यालय से संपर्क कट गया। राष्ट्रीय राजमार्ग-22 नारकंडा में, ठियोग-हाटकोटी राज्य मार्ग खड़ापत्थर में और शिमला-ठियोग मार्ग कुफरी में बंद हो गया है।
शिमला-चैपाल रूट पर भी बसों की आवाजाही ठप है। बर्फबारी के कारण एचआरटीसी के करीब 78 रूट फेल हुए हैं। शनिवार दिन में 12 बजे के बाद न तो शिमला से कोई बस ऊपरी क्षेत्रों के लिए ओर रवाना हुई और न ही ऊपरी क्षेत्रों से शिमला पहुंचीं। खड़ापत्थर व कुफरी में सड़क बंद होने के कारण शिमला से रोहड़ू के लिए बसें रवाना नहीं हो पाईं। खिड़की के पास बर्फ गिरने के कारण चैपाल का संपर्क शिमला से कटा रहा। बर्फबारी के बाद शिमला-रामपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-22 के नारकंडा में बंद हो जाने के कारण रामपुर और रिकांगपिओ रूट पर परिवहन निगम की बसें वाया बसंतपुर भेजी गईं।
लोकनिर्माण विभाग ने कहा है कि ताजा हिमपात से प्रदेश में 70 सड़कें अवरूद्व हैं। शिमला जोन में 15, मंडी जोन में 45, कांगड़ा जोन में 10 सड़कों पर वाहनों का आवागमन थमा रहा। इसी तरह नेशनल हाईवे के शिमला जोन में तीन व शाहपुर जोन में 2 एनएच अवरूद्व हो गए। सड़कों को बहाल करने के लिए युद्वस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं और इस कार्य में 72 मशीनें तैनात की गई हैं। बर्फबारी की वजह से विभाग को अब तक 64 लाख रूपये की क्षति पहुंची है।
ताजा हिमपात से राजधानी शिमला की सबसे उंची चोटी जाखू बर्फ से लकदक हो गई है। जबकि शहर के अन्य इलाकों में दिन भर रूक-रूक कर वर्षा का दौर चला। कुफरी व नारकंडा में भी बर्फ की मोटी चादर जम गई है। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान शिमला से सटे कुफरी में 3 सेंटीमीटर, केलंग में 2.5 सेंटीमीटर और कल्पा में 0.2 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई।
बारिश व बर्फबारी के कारण अधिकतम व न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आने से भीषण सर्दी पड़ रही है। शिमला में दिन का तापमान 4 डिग्री और रात का 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शिमला के निकटवर्ती पर्यटक स्थल कुफरी में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.2 डिग्री नीचे दर्ज किया गया और यह मनाली से भी ठंडा हो गया। मनाली में न्यूनतम तापमान -0.4 डिग्री रहा। लाहौल-स्पीति का केलंग राज्य में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान -9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा कल्पा में तापमान -2.2 डिग्री, डल्हौजी में -0.3 डिग्री, शिमला में 0.8 डिग्री, बिलासपुर में 3 डिग्री, हमीरपुर में 3.4 डिग्री, धर्मशाला में 3.8 डिग्री, पालमपुर व सोलन में 4.5 डिग्री, भुंतर में 5.5 डिग्री, सुंदरनगर में 5.7 डिग्री, मंडी में 6.8 डिग्री और कांगड़ा में 7.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश के मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय इलाकों में भारी हिमपात की चेतावनी जारी की है। इस दौरान मैदानी क्षेत्रों में बिजली कड़कने के साथ व्यापक ओलावृष्टि व वर्षा की भी संभावना है। बारिश व बर्फबारी को लेकर विभाग की तरफ से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय इलाकों में 9 जनवरी तक मौसम खराब रहेगा। 10 जनवरी को मौसम खुल जाएगा, लेकिन 11 व 12 जनवरी को फिर बारिश व बर्फबारी का अनुमान है।