देश के महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर देश भर में उन्हें याद किया जा रहा है. शिमला में भी उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. स्कैंडल प्वाइंट पर स्थित लाला लाजपत राय की प्रतिमा पर उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी व नगर निगम आयुक्त सहित शहर की जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया.
आजीवन ब्रिटिश शासन का सामना करते हुए अपने प्राणों की परवाह न करने वाले लाला लाजपत राय को ‘पंजाब केसरी’ भी कहा जाता है. इतना ही नहीं उनकी याद में आज यानी 17 नवंबर को उनके ‘स्वर्ग-गमन’ के दिन को बलिदान दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. आज उनकी पुण्यतिथि पर देश उन्हे नमन कर रहा है.
लाला लाजपत राय ने देश को आजाद करवाने के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया. लाजपत राय ने अपनी पढ़ाई के दौरान लाहौर में भारत को पूर्ण राज्य दिलाने का फैसला कर लिया था और इस सोच के साथ उन्होंने 1928 में साइमन कमीशन के विरोध में प्रदर्शन किया.
जिसमें वह अंग्रेजों द्वारा किए गए लाठीचार्ज में बुरी तरह से घायल हो गए थे. 17 नवंबर1928 को इनकी मृत्यु हो गई थी. लाजपत राय ने उसी दौरान कह दिया था कि उनके सिर पर पड़ने वाली एक-एक लाठी अंग्रेजी हुकूमत को खत्म करने के लिए कील का काम करेगी.