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नेरचौक मेडिकल कॉलेज में महिला के पेट से निकाला गया बालों का एक फुट लंबा गोला (Trichobezoar)
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मानसिक समस्या के कारण वर्षों से खा रही थी अपने बाल, गंभीर हालत में हुई सर्जरी
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डॉक्टर राहुल मृगपुरी और अजय की टीम ने लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से सफलतापूर्वक निकाला गोला
Nerchowk Medical Case: नेरचौक मेडिकल कॉलेज, मंडी में एक और चौंकाने वाला मेडिकल केस सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है। हाल ही में एक महिला मरीज को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत के चलते अस्पताल में दाखिल किया गया। प्रारंभिक जांच में डॉक्टरों को मरीज के पेट में एक बड़ी गोलाकार असमान्य वस्तु दिखाई दी। जब विस्तार से जाँच की गई, तो पता चला कि महिला मानसिक विकार से ग्रसित है और वर्षों से अपने ही सिर के बाल खा रही थी, जिससे यह बालों का गोला बन गया जिसे मेडिकल भाषा में “ट्राइकोबेज़ोआर” (Trichobezoar) कहा जाता है।
स्थिति गंभीर थी और तत्काल ऑपरेशन करना पड़ा। मेडिकल कॉलेज के शल्य चिकित्सा विभाग में सह-आचार्य डॉ. राहुल मृगपुरी और डॉ. अजय की अगुवाई में एक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए महिला के पेट से यह लगभग एक फुट लंबा बालों का गोला सफलतापूर्वक निकाला गया। ऑपरेशन में निश्चेतना विभाग की डॉ. श्यामली, पंकज और स्टाफ नर्स चंद्र ज्योति और डिंपल ने अहम भूमिका निभाई।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के सीनियर मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. रजनीश शर्मा ने इस केस की पुष्टि करते हुए कहा कि मरीज की हालत अब स्थिर है और उसे निगरानी में रखा गया है।
यह मामला इसलिए भी खास है क्योंकि फरवरी 2025 में भी इसी मेडिकल कॉलेज में एक मानसिक रोगी के पेट से असमान्य वस्तुएं निकाली गई थीं। लगातार दो ऐसे मामले सामने आने से यह मेडिकल संस्थान चर्चा का केंद्र बन गया है और मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी पर सवाल भी उठने लगे हैं।



