Panchang 27 December 2024: सनातन धर्म में पौष मास को विशेष महत्व प्राप्त है। यह माह भगवान सूर्य को समर्पित माना जाता है, और इस दौरान पितरों की पूजा, दान-पुण्य और सूर्य उपासना का विशेष महत्व है। पौष मास को छोटा पितृ पक्ष भी कहा जाता है, और पंडितों के अनुसार, इस अवधि में श्राद्ध और तर्पण से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।
पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार, इस माह में मांगलिक कार्य नहीं किए जाते, लेकिन भगवान और पितरों की आराधना से सुख-शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ, सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पण, और रविवार के व्रत के दौरान तिल-गुड़ का दान लाभकारी माना गया है।
27 दिसंबर 2024 का पंचांग (पौष कृष्ण द्वादशी):
- विक्रम संवत: 2081
- तिथि: द्वादशी तिथि (समाप्ति: 02:27 AM)
- नक्षत्र: विशाखा (समाप्ति: 08:29 PM), अनुराधा प्रारंभ।
- योग: धृतिमान योग (समाप्ति: 10:37 PM), शूल योग प्रारंभ।
- राहुकाल: 10:30 AM से 12:00 PM
- चंद्रमा की स्थिति: तुला राशि में (01:57 AM तक), वृश्चिक राशि में प्रवेश।
जीवन मंत्र:
पौष मास में भगवान सूर्य को अर्घ्य दें, और गरम कपड़े, कंबल, गुड़ और तिल का दान करें। यह पितृ दोष को शांत करता है और पूर्वजों की आत्मा को शांति प्रदान करता है। भगवान विष्णु की पूजा और उनके नामों का जाप इस माह में विशेष फलदायी होता है।