उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आंधी-तूफान और ओलों के साथ गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 17 लोगों की मौत हो गई। मौसम ने सबसे अधिक कहर ब्रज क्षेत्र में बरपाया। कासगंज, एटा और मैनपुरी में 11 लोगों की मौत हो गई। रामपुर, मैनाठेर, बदायूं और पीलीभीत में एक-एक और काशीपुर में दो लोगों की मौत हुई है।
आंधी-बारिश के बाद ओलावृष्टि भी हुई है, जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। आपको बता दें कि पूर्व और मध्य पूर्वी उत्तर प्रदेश में इन दिनों गर्मी चरम पर है। गुरुवार को झांसी सबसे अधिक गर्म रहा। वहां पारा 47 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया।
मैनपुरी में बिजली गिरने से चार की मौत हो गई। ग्राम लुखरपुरा में बिजली गिरने से एक मकान की दीवार गिर गई। जिसकी चपेट में आकर हिमांशु, माया देवी की मौत हो गई। कुरावली के ही ग्राम नगला छद्दिू में बिजली की चपेट में आकर कृष्णकांत की मौत हो गई। गांव में ही किरन की बिजली गिरने से मौत हो गई। बिछवा क्षेत्र के ग्राम जगतपुर निवासी राजेश की पेड़ गिरने से मौत हो गई। गांव बरा सूरजपुर में सुनैना की छज्जा गिरने से मौत हो गई।
कासगंज के विदौनी में लालाराम की पेड़ गिरने से मौत हो गई। गांव के ही दरियाब सिंह की दीवार गिरने से दबकर मौत हो गई। फतेहपुर कलां में गेट गिरने भगवान की मौत हो गई। एटा के थाना बागवाला क्षेत्र के नगला भम्भा निवासी दिनेश की बिजली गिरने से मौत हो गई। गांव धरमपुर में दीवार गिरने से मेघा की मौत हो गई।
गांव अजीतपुर नईबस्ती में घर गिरने से सुगरा की मौत हो गई। मैनाठेर के महमूदपुर माफी गांव में किसान की बिजली गिरने से मौत हो गई। बदायूं में बिजली गिरने से एक छात्र की मौत हो गई तो पीलीभीत में छप्पर गिरने से किसान की जान चली गई। काशीपुर में दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया है। योगी ने प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।