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अमेरिका की नाराजगी के बीच भारत-रूस संबंध मजबूत, डाेभाल पुतिन से मिले, पहुंचाया पीएम का संदेश

➤ अजीत डोभाल ने पुतिन से की मुलाकात, रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा
➤ पुतिन इस साल भारत दौरे पर आ सकते हैं, तारीखें लगभग तय
➤ रूस से बढ़े व्यापारिक और ऊर्जा संबंध, अमेरिका की टिप्पणियों के बीच अहम यात्रा


भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने गुरुवार को मॉस्को यात्रा के दौरान क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। यह बैठक सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और ऊर्जा सेक्टर में सहयोग को लेकर बेहद अहम मानी जा रही है।

रूसी सरकारी मीडिया स्पूतनिक ने इस मुलाकात का एक वीडियो साझा किया, जिसमें डोभाल ने भारत-रूस संबंधों को “बेहद खास और पुराना” बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को भारत बहुत महत्व देता है और राष्ट्रपति पुतिन की आगामी भारत यात्रा की तारीखें लगभग तय हो चुकी हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन इस साल के आखिरी सप्ताह में भारत आ सकते हैं। 2021 के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी। उस समय उन्होंने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसमें 28 द्विपक्षीय समझौते हुए थे।

फरवरी 2022 में यूक्रेन युद्ध के बाद पुतिन ने सीमित अंतरराष्ट्रीय यात्राएं की हैं, खासकर ICC द्वारा जारी अरेस्ट वारंट के कारण। ऐसे में भारत यात्रा का फैसला सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

NSA डोभाल की रूस यात्रा के दौरान रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से भी बैठक हुई। इसमें भी रणनीतिक और रक्षा सहयोग की मजबूती पर जोर दिया गया।

यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत द्वारा रूस से तेल खरीद को लेकर तीखी टिप्पणियां की हैं और टैरिफ भी बढ़ा दिए हैं।

भारत वर्तमान में रूस से तेल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है, और द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब डॉलर से ऊपर ले जाने का लक्ष्य है। वर्तमान में यह आंकड़ा 60 अरब डॉलर के आसपास है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 2024 में दो बार रूस यात्रा की थी, और उन्होंने पुतिन को भारत आने का औपचारिक निमंत्रण दिया था।

गौरतलब है कि 2023 में पुतिन G20 समिट में भारत नहीं आए थे, उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शामिल हुए थे।