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वायरल हो रही फोटो निकली फर्जी, न्यूयॉर्क टाइम्स ने नहीं बताया मोदी को ‘आख़िरी उम्मीद’

डेस्क |

अमेरिकी द न्यूयॉर्क टाइम्स पर प्रधानमंत्री मोदी को लेकर छपी खबर फैक्ट चेक में फर्जी पाई गई है। प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद से ये ख़बर सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है। 26 तारिख को छपी ख़बर में लिखा था कि ‘दुनिया की आख़िरी औऱ सर्वश्रेष्ठ उम्मीद’ इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी तस्वीर भी लगाई गई थी। उसके बाद लिखा है ‘दुनिया के सबसे प्रिय और सबसे शक्तिशाली नेता हमें अनुग्रहीत करने के लिए पधारे हैं।

इस ख़बर के वायरल होने के बाद भाजपा नेता कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए जमकर सुर्खियों बटोरी। लेकिन वाजिब तौर पर जब इसे चेक किया गया तो उसमें पाया गया कि स्क्रीनशॉट के शीर्षक में इस्तेमाल फॉन्ट की स्टाइल न्यूयॉर्क टाइम्स की स्टाइलशीट से मेल नहीं खाती। स्टोरी में लिखी तिथि में भी टाइपो एरर है, इसमें 26 सितंबर की जगह ‘सेटपेम्बर’ लिखा है। इसके अलावा, किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट में ऐसा यूआरएल नहीं दिया गया जो अखबार के पेज से जुड़ा हो।

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न्यूयॉर्क टाइम्स ने वायरल हो रही इन तस्वीर पर अपनी बात रखी है। अख़बार ने इस तस्वीर को पूरी तरह फर्जी बताया है। यही नहीं, अख़बार ने उन ख़बरों का लिंक भी दिया है जिसमें पीएम मोदी से जुड़ी ख़बरें कवर की गई है। इसमें पीएम मोदी के अमेरिका दौरे का कोई जिक्र नज़र नहीं आ रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की ओर से ये ट्वीट 28 सितंबर को किया गया और इसमें पीएम मोदी से जुड़ी आख़िरी ख़बर 24 सितंबर की है।