अगस्त माह के पहले और सावन माह के आखिरी सोमवार के दिन इस बार भाई-बहन के अनमोल रिश्त के त्यौहार है। इस त्यौहार के साथ-साथ इस बार पूर्णिमा भी है जो कि खास योग लेकर आया है। जी हां, इस बार रक्षाबंधन त्यौहार के दिन चंद्रग्रहण लगेगा, जो कि 9 साल बाद फिर से आया है।
इस चंद्रग्रहण के साथ भद्र का असर रक्षाबंधन के त्यौहार पर भी पड़ेगा, जिसके चलते राखी बांधने के लिए केवल कुछ ही घंटे लोगों को मिलेंगे। जो ज्योतिषियों पर विश्वास रखते हैं वह केवल 2 घंटे 47 मिनट तक ही राखी बांध सकेंगे, जिसका समय सुबह के 10:33 मिनट पर शुरू हो जाएगा।
यह समय करीब 12:48 पर खत्म होगा जिसके बाद सूतक काल शुरू हो जाएगा। ज्योतिषियों के मुताबिक, सूतक में राखी नहीं बांधी जाती है और इस बार यह जो भी योग है इसी के चलते राखीबांधने के लिए इतना कम समय मिला है।