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UP: बंदरों का आतंक, 4 महीने के बच्चे को तीसरी मंजिल से नीचे फेंका, मौत

देश में रोजाना बंदरों के आतंक की कई घटनाएं सामने आती हैं. यहां तक की बंदरों के हमले से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. बंदरों के आतंक का ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है….

डेस्क |

देश में रोजाना बंदरों के आतंक की कई घटनाएं सामने आती हैं. यहां तक की बंदरों के हमले से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. बंदरों के आतंक का ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के बरेली से सामने आया है. यहां बंदरों ने एक 4 महीने के बच्चे को परिजनों के हाथों से छीनकर 3 मंजिला इमारत से नीचे फेंक दिया जिससे बच्चे की मौत हो गई है. घटना बरेली के धुनका गांव की है.

जानकारी के अनुसार निर्देश उपाध्याय अपनी पत्नी और बच्चों के साथ बीते शुक्रवार की शाम छत पर घूम रहे थे. इस दौरान बंदरों के एक झुंड वहां आ पहुंचा और उन्हें घेर लिया. बंदरों को आसपास देख निर्देश सीढ़ी की तरफ दौड़े इसी बीच बच्चा उनके हाथ से छूट गया और नीचे गिर गया. इससे पहले की वे बच्चे को उठा पाते बंदरों ने बच्चे को उठाया और छत से नीचे फेंक दिया जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई.

हिमाचल में भी फैला है बंदरों का आतंक

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में भी बंदरों के आतंक की कई घटनाएं सामने आती हैं. सूबे की राजधानी शिमला बंदरों की समस्या से बुरी तरह घिरी हुई है. हिमाचल प्रदेश के किसान और बागवान सालाना फसलों-फलों का 500 करोड़ रुपए का नुकसान झेलते हैं. किसानों-बागवानों के दबाव में राजनीतिक दल इसे चुनाव में मुद्दे बनाते हैं, लेकिन समस्या का स्थाई समाधान अब तक नहीं हुआ है. सरकारों ने जो इंतजाम किए भी हैं, वो नाकाफी साबित हो रहे हैं.

हालांकि सरकार ने प्रदेश की कईपंचायतों में बंदरों को वर्मिन घोषित किया है. यानी फल और फसलों के लिए नुकसानकारी साबित होने वाले बंदरों को मारने की अनुमति केंद्र से मिली है, लेकिन राज्य सरकार ने बंदरों को मारने से हाथ खींच लिए.