<p>हिमाचल विधानसभा चुनाव के बाद से हिमाचल प्रदेश सचिवालय सूना नज़र आ रहा है। सचिवालय में हर रोज जो भीड़ देखने को मिलती थी वहां आजकल सन्नाटा छाया हुआ है। ये भीड़ मुख्यमंन्त्री से लेकर मंत्रियों के मिलने की होती थी। कामकाज के लिए मंत्रियों से लेकर अफसरों के कार्यालयों में खूब रौनक देखने को मिलती थी।</p>
<p>मन्त्री अपनी शान दिखाते थे तो सन्तरी रौब झाड़ते नजर आते थे। लेकिन अब सचिवालय में ऐसा कुछ नही है। कभी कभार एक आध मंत्री सचिवालय पहुंचता भी है तो उससे कार्यालय में कोई नही फटकता है। कोई आये भी क्यों मंत्रियों के पास काम करने की पावर जो नही है। सचिवालय में तैनात कर्मचारी भी लंबी आचार सहिंता का खूब आंनद उठा रहे हैं। कुछ कर्मचारी तो ये कहते भी सुने गए कि साल में एक आध बार आचार सहिंता जरूर लगनी चाहिए। ताकि आराम फरमाने का मौका मिल सके।</p>
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उधर, परिणाम आने से पहले अफसर अभी असमंजस की स्थिति में हैं किस तरफ जाएं , हाँ इतना जरूर है जो अफसर मौजदा सरकार से नाराज़ रहे वे तो विपक्ष के नेताओं के ऊपर डोरे डालने लग गए है। कुछ अफसरों ने तो अंदरखाते अपनी सेटिंग भी कर ली है। जिन अफसरों ने मौजूदा सरकार में मजे किए वे काँग्रेस के रिपीट होने की उम्मीद में बैठे है कि सरकार दौबारा बन जाए तो मज़ा आ जाए। लेकिन क्या करें 18 दिसंबर का तो इंतज़ार करना ही पड़ेगा।</p>
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