हिमाचल आए बीजेपी के स्टार प्रचारक अरूण जेटली ने शिमला में मुख्यमंत्री के बयानों पर पलटवार किया है। जेटली ने कहा कि सीएम अक्सर अपने केसों पर मुझे फंसाते हैं, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि उनपर आरोप तो यूपीए सरकार के दौरान 2012 में लगे थे। उस समय धूमल और जेटली ने स्कूटर पर तो सेब नहीं ढोये थे, इनकी जगह कोई और था।
जेटली ने कहा कि मुझे तो यह समझ नहीं आ रहा है कि जांच एजेंसियां इतनी स्लो क्यों है। वह क्यों इस पर नकेल नहीं कसती। इसके अलावा पिछले पांच सालों में कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता अपने आप को बचाना रहा। प्रदेश का नेतृत्व हो या आलाकमान दोनों ही इतने कमजोर थे, कि इनको समझौते करने पड़े।
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जेटली ने कहा कि हिमाचल ने ही दस लाख की सीमा मांगी थी इसलिए दी गई थी। हिमाचल ने वन टाईम टैक्स में भी हिमाचल ने करोड़ की जगह सीमा 75 लाख की ली थी। अब आगे यदि हिमाचल 20 लाख मांगेगी, तो केंद्र सरकार ये सीमा 20 लाख कर देगी।