मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मतदाता सूचियों में विद्यमान प्रविष्टियों के सत्यापन कार्यक्रम की समीक्षा की। मतदाता सूचियों में विद्यमान प्रविष्टियों के सत्यापन का कार्यक्रम 21 जुलाई से आरम्भ हुआ है और 21 अगस्त, 2023 तक चलेगा। निर्वाचक नामावली को त्रुटिरहित एवं अद्यतन बनाए रखने के लिए बूथ स्तर अधिकारी (बीएलओ) द्वारा घर-घर जाकर सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्धारित तिथि तक मतदाता सूचियों में विद्यमान प्रविष्टियों का सत्यापन सुनिश्चित करवाने तथा इसके दृष्टिगत विशेष रूप से तैयार किए गए ऑनलाईन पोर्टल को भी निरन्तर अद्यतन बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर जांच और सत्यापन के कार्य के पूर्ण होने के पश्चात इस आश्य का प्रमाण-पत्र निर्धारित प्रपत्र पर प्रेषित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि वे निर्वाचक
रजिस्ट्रीकरण अधिकारी उक्त सत्यापन कार्यक्रम का नियमित निरीक्षण करना सुनिश्चित करें तथा इस संबंध में राजनैतिक दलों व निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के साथ बैठक का आयोजन भी करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को इस सत्यापन कार्यक्रम के सम्पूर्ण होने के पश्चात विद्यमान मतदान केन्द्रों के भवनों का भौतिक सत्यापन करवाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि उक्त सत्यापन के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए तथा हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा निर्वाचन में नियुक्त किए गए सैक्टर अधिकारी की इस कार्य के लिए सेवाएं ली जाएं।
हिमाचल प्रदेश में कुल 55,22,702 विद्यमान मतदाता हैं, जिसमें 03 अगस्त, 2023 तक 13,771 छूटे हुए योग्य मतदाता तथा आगामी वर्ष, 2024 के लिए 35,045 भावी मतदाताओं की पहचान की जा चुकी है।
इसके अतिरिक्त मतदाता सूची में 1,842 दोहरे रूप में पंजीकृत, 12,613 मृत व 10,105 स्थाई रूप से स्थानान्तरित मतदाताओं की पहचान की जा चुकी है। फोटो मतदाता सूची में 3,969 मतदाताओं की खराब व धुंधली फोटो को अद्यतन रंगीन फोटो से परिवर्तित करने के दृष्टिगत पहचान की जा चुकी है। अब तक 16,07,883 मतदाताओं का सत्यापन किया जा चुका है जो कि कुल का 29.11 प्रतिशत है।