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सेब के दामों में गिरावट, सरकार और व्यापारियों में मिलीभगत के चलते घट रहे दाम: कांग्रेस

पी. चंद |

हिमाचल प्रदेश में आज कल सेब सीजन चल रहा है और इस साल सभी को सेब के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद थी लेकिन बागवानों को इस बार निराशा ही हाथ लगी है। इस पर कांग्रेस ने सरकार को भी कुछ हद तक जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठ़ौर ने कहा कि बेमौसमी बारिश और बर्फबारी के चलते बागवानों को  भारी नुकसान झेलना पड़ा। सरकार से बार बार आग्रह करने के बावजूद भी आज तक नुकसान की भरपाई नहीं की गई।

कुलदीप राठौर ने कहा कि बागबानों को सस्ता कार्टन और कीटनाशक उपलब्ध करवाने चाहिए थे लेकिन सरकार ने इनके दामो में भी वृद्धि कर दी। सड़कों की दूर्दशा के कारण किसान बागवान अपनी फसल मंडियों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं और जो फसल मंडी में पंहुच रही है उसके उचित दाम तक नहीं मिल पा रहे है। केंद्र द्वारा जो नए कृषि कानून लागू किये गए हैं उसका असर दिखने लग गया है, जिसके कारण कुछ एक चुनिदा कंपनियों की वजह से सेब के दामों मे भारी गिरावट दर्ज की गई है।

उन्होंने कहा कि सरकार को अडानी पर तुरन्त अंकुश लगाना चाहिए ताकि प्रदेश के किसानों के हितों को बचाया जा सके। मुख्यमंत्री स्वयं बागवान होने का दावा करते है लेकिन वे बागवानों के हितों के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे। उन्होंने बागवानी मंत्री को भी तुरंत पद से हटाने की मांग की। वे नालायक मंत्री और वे सिर्फ अपने घर भरने में लगे हैं। उन्हें बागवानों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सब सरकार की व्यापारियों के साथ मिलीभगत है।  अडानी मोदी के साथ मिलकर देश को लूट रहे हैं। देश भर के किसान अपने हितों की रक्षा के लिए धरना दे रहे हैं। सरकार को अडानी पर अंकुश लगाने की जरूरत है।

वहीं, आगामी उपचुनाव और 2022 के चुनावों पर उन्होंने कहा कि बीजेपी में मुख्यमंत्री बनने की होड़ लगी है। प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल पड़ी है। आगामी चुनावों में कांग्रेस जीत दर्ज करेगी।