जो कांग्रेस जयराम सरकार को पलटू सरकार कहती है, क्या उनके वरिष्ठ नेता नहीं हैं पलटू राम!

<p>जो प्रदेश की कांग्रेस पार्टी अक्सर जयराम सरकार को पलटू सरकार कहती है, क्या उनके वरिष्ठ नेता खुद भी पलटू राम नहीं हैं…?? ये एक सवाल है जो पिछले कल यानी 28 तारिख़ की रात को जन्म लेता है, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपनी जुबान एक दम पलट लेते हैं। ये वरिष्ठ नेता कोई और नहीं बल्कि 6 बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और वरिष्ठत्म नेताओं में शुमार वीरभद्र सिंह हैं।</p>

<p>पिछले कल वीरभद्र सिंह ने अर्की सोलन के कुनिहार में खुद को कांग्रेस का सच्चा सिपाही बताते हुए भीतरघातियों पर तंज कसा। वहीं अपने चुनाव न लड़ने पर सरेआम बात कही। एक नहीं 2 बार वीरभद्र सिंह ने वीडियो में चुनाव लड़ने की बात कही। लेकिन ये चुनाव न लड़ने की बात जैसे ही मीडिया के जरिये सोशल मीडिया तक पहुंची वीरभद्र सिंह के नाम के जयकारे लगने शुरू हो गए। लेकिन ये जयकारे सिर्फ जनता तक ही सीमित थे। प्रदेश की दोनों बड़ी पार्टियों(कांग्रेस-बीजेपी) में खलबली मच गई थी।</p>

<p><iframe allowfullscreen=”” frameborder=”0″ height=”360″ src=”https://www.youtube.com/embed/XqBl9m-VVNs” width=”640″></iframe></p>

<p>बीजेपी की खलबली इस तरह थी कि वीरभद्र सिंह के बाद अब कांग्रेस का कोई वर्चस्व नहीं रहेगा और हमें 2022 में आसानी होगी। वहीं, कांग्रेस में एक ओऱ जहां वीरभद्र सिंह के विरोधी पार्टी नेताओं ने राहत की सांस ली और कई नेताओं ने इसे पार्टी के लिए नुकसान के तौर पर भी देखा। दोपहर को जारी हुई वीरभद्र सिंह की सन्यास वाली वीडियो ने शाम तक इतनी खलबली मचा दी की वीरभद्र सिंह को देर शाम तक खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालनी पड़ गई।</p>

<p>लेकिन उस पोस्ट में वीरभद्र सिंह सन्यास की बात का पूरी तरह खंडन कर दिया औऱ सारी बात मीडिया पर डाल दी गई। उन्होंने कहा कि मैंने हल्के फुलके अंदाज में ये सब कहा था औऱ मेरा चुनाव लड़ना या नहीं लड़ना भविष्य के गर्भ में है। उनकी इस पोस्ट ने दिन भर से चली रही दोनों पार्टियों में खलबली और जनता से मिल रहे मान सम्मान को एक तरह बंद कर दिया। लेकिन यहां ये कहना बिल्कुल ग़लत नहीं होगा कि जो प्रदेश कांग्रेस अक्सर मौजूदा जयराम सरकार को पलटू सरकार कहती रहती है क्या उनके वरिष्ठ नेता खुद पलटू नहीं हैं…??</p>

<p><img src=”/media/gallery/images/image(8262).jpeg” style=”height:1082px; width:1080px” /></p>

<p>और ये कोई पहली दफा नहीं जब वीरभद्र सिंह ने अपने बयानों को पलट लिया। 2017 में हुए चुनाव के दौरान उससे पहले भी कई दफा तत्तकाल मुख्यमंत्री ने अपने बयानों को पलटा है। गुड़िया गैंगरेप पर दिये गये अपने अजीबो गरीब बयान पर भी वीरभद्र सिंह ने पलटी मारी थी। ऐसे और भी कई वाक्या है जिसमें वीरभद्र सिंह ने ऐसा ही किया था।</p>

<p>अब कुछ लोग इसमें उनकी उम्र का उल्हाना भी छोड़ेंगे, लेकिन सवाल सिर्फ इतना है कि अगर आप उनकी पलटने की या बोलकर भूल जाने की आदत को उम्र को हवाला देते हैं तो याद रखिये ये वही वीरभद्र सिंह है जो आज भी अपने विरोधियों को चुप करवाना का दावा ठोकते रहते हैं और प्रदेश के 6 बार के मुख्यमंत्री भी रहे हैं। और अगर उन्हें भूल जाने की उम्र के हिसाब से सच में आदत पड़ गई है तो ये राजनीति सफर उन्हें ख़त्म कर देना चाहिए…!!!</p>

<p>&nbsp;</p>

Samachar First

Recent Posts

जीपीएस की गलती बनी जानलेवा: कार नदी में गिरी, तीन की मौत

Bareilly GPS Navigation Acciden: बरेली में  एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत…

5 hours ago

एनसीसी स्थापना दिवस पर मंडी में रक्तदान शिविर, 50 कैडेटों ने दिखाया उत्साह

NCC Raising Day Blood Donation Camp: एनसीसी एयर विंग और आर्मी विंग ने रविवार को…

5 hours ago

यहां पढ़ने वाले पिछले 65 साल में हर क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ रहे:धर्माणी

Sundernagar Polytechnic Alumni Meet: मंडी जिले के सुंदरनगर स्थित राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में रविवार को…

5 hours ago

हिमाचल में सहकारिता क्षेत्र में महिलाओं के आरक्षण पर विचार कर रही सरकार: मुकेश अग्निहोत्री

Himachal Cooperative Sector Development: मंडी जिले के तरोट गांव में आयोजित हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी…

6 hours ago

जीवन में अनुशासन और समय का सदुपयोग जरूरी: पंकज शर्मा

NSS Camp Day 6 Highlights.: धर्मशाला के राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में चल रहे…

6 hours ago

राधास्वामी सत्संग अस्पताल की भूमि के लिए ऑर्डिनेंस लाएगी सुक्खू सरकार

Bhota Hospital Land Transfer: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार राधास्वामी सत्संग व्यास अस्पताल भोटा की…

8 hours ago