भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने कांग्रेस को स्थिति को देखते हुए वरिष्ठ नेताओं को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी गांधी, पटेल और नेहरू की पार्टी कांग्रेस आज पूरे देश में एक मजाक बनकर रह गई है। आज सौभाग्य से विश्व में सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सफल नेतृत्व कर रहे हैं। लेकिन लोकतंत्र के लिए एक स्वस्थ और सशक्त विपक्ष का होना भी बहुत जरूरी है।
शांता ने कहा कि कांग्रेस के महारोग का एक ही इलाज है कि कांग्रेस गांधी परिवार की गुलामी से बाहर निकले। चूंकि भारत को आजादी दिलवाने वाली कांग्रेस देश में भाजपा के अलावा एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है। बाकी जो पार्टियां है वे सभी एक प्रदेश या एक नेता परिवार की है। यदि कांग्रेस समाप्त हो जाए तो भारत का लोकतंत्र राष्ट्रीय विपक्ष विहीन हो जाएगा। क्योंकि लोकतंत्र का रथ दो पहियों पर चलता है, एक सत्ताधारी दल और दूसरा विपक्ष।
उन्होंने कहा कि आज भी कांग्रेस में एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय नेता हैं। कैप्टन अमरिंदर, थरूर और जी23 के देशभक्त और अनुभवी नेता हैं। शांता ने कैप्टन अमरिंदर से आग्रह किया है कि वे कांग्रेस न छोड़ें। गुलाम नवी आजाद, कपिल सिब्बल और थरूर जैसी जी23 के नेताओं से मिलकर कांग्रेस पार्टी में आजादी लड़ाई लड़ें और एक परिवार की गुलामी से बाहर निकलें। गांधी परिवार के अलावा कांग्रेस के सभी बड़े नेता एक साथ इक्टठे बैठें। कांग्रेस के पुराने इतिहास को याद करें और फिर किसी एक नेता को अध्यक्ष बनाकर आगे बढ़ें। उन्हें विश्वास है भारत को एक सशक्त और राष्ट्रीय विपक्ष मिल सकता है। यह देश की बहुत बड़ी सेवा होगी।
घूंट घूंट मर रही कांग्रेस
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस पार्टी ने पूरे देश को आजाद करवाया आज वे एक परिवार की गुलामी में घूंट-घुंटकर मर रही है। अगर ऐसा ही रहा तो इतिहास आंसू बहाएगा। अटल जी कहा करते थे हमें हमेशा पार्टियों की छोटी दीवारों में ही नहीं रहना चाहिए- इसलिए मैं यह बात राष्ट्र के मंदिर में खड़ा होकर कह रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा सबसे पहले एक भारतवासी के रूप में सोचता हूं। पार्टी कार्यकर्ता के रूप में ही नहीं। कांग्रेस की वर्तमान स्थिति से मुझे कोई प्रसन्ता नहीं होती बल्कि चिंता होती है। क्योंकि मेरे सामने सबसे पहले मेरा देश है।