गणेश चतुर्थी का व्रत आज, शिव पूजन का भी विशेष संयोग

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  • गणेश चतुर्थी व्रत और शिव पूजन: आज गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा, जिसमें भगवान गणेश और शिवजी की आराधना की जाएगी।
  • शुभ मुहूर्त और योग: आज शुक्ल योग और ब्रह्म योग बने हैं, जिससे सभी कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है।
  • राहुकाल और दिशाशूल: पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचें और राहुकाल में महत्वपूर्ण कार्य करने से परहेज करें।

Ganesh Chaturthi Vrat: आज 03 मार्च 2025, सोमवार को गणेश चतुर्थी का पावन व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी प्रकार के विघ्न दूर होते हैं और कार्यों में सफलता मिलती है। चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है, और सोमवार के दिन पड़ने से शिव पूजन का भी योग बनता है। इस दिन श्रद्धालु भगवान गणेश और भगवान शिव की पूजा कर मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।

पंचांग के अनुसार, आज फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जो शाम 06:04 बजे तक रहेगी, इसके बाद पंचमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। साथ ही, अश्विनी नक्षत्र सुबह 04:30 बजे तक रहेगा। आज शुक्ल योग सुबह 08:56 बजे तक रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है। इसके बाद ब्रह्म योग का प्रभाव रहेगा।

ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार, चंद्रमा आज मेष राशि में स्थित हैं, जिससे उग्र स्वभाव और ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है। वहीं, बुध और शुक्र की युति मीन राशि में बनी हुई है, जो रचनात्मक और कलात्मक कार्यों के लिए शुभ संकेत दे रही है।

सूर्य और चंद्रमा के समय:

  • सूर्योदय: 06:44 AM
  • सूर्यास्त: 06:22 PM
  • चंद्रोदय: 08:41 PM
  • चंद्रास्त: 10:11 AM

आज के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:10 PM से 12:56 PM तक रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य के लिए अनुकूल समय है।

शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त:

  • अभिजीत मुहूर्त: 12:10 PM – 12:56 PM
  • सुकर्मा योग: 08:56 AM तक
  • ब्रह्म योग: 05:24 AM तक

अशुभ समय (राहुकाल एवं अन्य दोष काल):

  • राहुकाल: 08:11 AM – 09:39 AM (इस समय कोई भी शुभ कार्य न करें)
  • यमगंड काल: 11:06 AM – 12:33 PM
  • गुलिक काल: 14:00 PM – 15:27 PM
  • दिशाशूल: पूर्व दिशा (इस दिशा में यात्रा करने से बचें)

गणेश चतुर्थी पूजन विधि:

  1. सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और गणपति पूजन के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
  2. भगवान गणेश को जल, दूध, चावल, धूप, दीप और मोदक का भोग अर्पित करें।
  3. “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
  4. शिव पूजन के लिए शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें।

आज के दिन किए गए धार्मिक कार्यों से विशेष पुण्य की प्राप्ति होगी और मनोकामनाओं की पूर्ति होगी।