विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी. विराट भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान रहे. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने सबसे अधिक 40 टेस्ट जीते. कोहली को महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास लेने के बाद टीम की कमान सौंपी गई थी.
उन्होंने टीम को सातवें पायदान से उठाकर टेस्ट में नंबर-1 बनाया. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया 5 साल टेस्ट की बेस्ट टीम रही. इतनी उपलब्धियों के बावजूद कोहली ने अचानक संन्यास लेकर सबको चौंका दिया. अब ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई हैं कि आधिकारिक तौर पर टेस्ट कप्तानी छोड़ने से पहले कोहली को बीसीसीआई की तरफ से विदाई मैच की पेशकश की गई थी.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, “विराट कोहली ने जब फोन पर बीसीसीआई को टेस्ट कप्तानी छोड़ने के फैसले के बारे में जानकारी दी थी. तब बीसीसीआई के एक आला अधिकारी की तरफ से उन्हें बेंगलुरू में समारोह के साथ विदाई मैच की पेशकश की गई थी. इसके जवाब में कोहली ने कहा, एक मैच से कोई फर्क नहीं पड़ता है. मैं ऐसा नहीं हूं.”
बता दें कि 33 साल के विराट बेंगलुरु में अपना 100वां टेस्ट श्रीलंका के खिलाफ खेल सकते हैं. दरअसल, श्रीलंका की टीम फरवरी में भारत दौरे पर आ रही है. दोनों देशों के बीच 2 टेस्ट और 3 टी20 की सीरीज खेली जानी है. पहला टेस्ट 25 फरवरी से बेंगलुरू में खेला जाना है. अगर विराट इस टेस्ट में खेलते हैं तो यह उनका 100वां टेस्ट होगा. अगर कोहली चोटिल नहीं होते तो वो दक्षिण अफ्रीका में ही बतौर कप्तान इस मुकाम को हासिल कर लेते.
विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने का फैसला दक्षिण अफ्रीका सीरीज से पहले ही कर लिया था. उन्होंने केपटाउन टेस्ट में मिली हार के फौरन बाद टीम के ड्रेसिंग रूम में कोच राहुल द्रविड़ और साथी खिलाड़ियों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को टेस्ट कप्तानी छोड़ने के बारे में बताया.
कोहली दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बढ़त लेने के बाद भी टेस्ट सीरीज गंवाने से काफी मायूस थे. ऐसी खबरें भी सामने आ रही हैं कि बीसीसीआई ने कोहली को एक और सीरीज में कप्तानी करने की पेशकश की थी. लेकिन वो अपनी बल्लेबाजी पर पूरी तरह फोकस करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया.