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‘दूल्हा भट्टी वाला’, लोहड़ी में किस लिए लिया जाता है इस सैनिक का नाम

नवनीत बत्ता |

वैसे तो हर राज्य में लोहड़ी का महत्व रहता है, लेकिन पंजाब में लोहड़ी के पर्व का विशेष महत्त्व रहता है। इसको बदलते मौसम सर्दी के जाने और फसल के साथ जोड़कर देखा जाता है। खूब धूमधाम से लोग इसे मनाते हैं और लोहड़ी आदी गाते हैं। लेकिन जब हम लोहड़ी गाते हैं और इसमें एक नाम आता है 'दूल्हा भट्टी वाला'। क्या आप जानते हैं कौन हैं ये सैनिक दूल्हा भट्टी वाला…

दूल्हा भट्टी एक सैनिक का नाम है जो की अकबर की सेना में था। इस सैनिक ने अकबर के राज में महिलाओं-लड़कियों के साथ हो रहे अत्याचार पर विरोध किया था और बहुत सी महिलाओं की उनके चंगुल से छुड़वाकर ले गया था। यही नहीं, इस सैनिक ने इन लड़कियों की शादी तक करवाई थी, जिसके बाद से इस लोहड़ी गाकर यादि किया जाता है।

लोहड़ी की लाइनें आपको  याद होंगी..'दूल्हा भट्टी वाला, दूल्हे धी वयाही'

इसके इलावा लोहड़ी को भगवान कृष्ण से जोड़कर भी देखा गया है। एक कहानी के अनुसार कृष्ण जब बचपन में थे तो कंस मामा ने उनके मरने के लिए लोहिता नाम की एक राक्षिका को भेजा था। लेकिन कृष्ण ने उसको खेल-खेल में ही मार दिया। इसके बाद गोकुल में ख़ुशी का माहौल बना और उस दिन को लोहड़ी के रूप में माना जाने लगा।