हिमाचल के मुख्यमंत्री आज नई दिल्ली में संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित पदभार ग्रहण समारोह में शामिल हुए. इसके साथ ही मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने द्रौपदी मुर्मू को भारत के राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी. वह भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं जय राम ठाकुर ने आशा व्यक्त की हैं कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कुशल मार्गदर्शन में देश नई ऊॅंचाइयां हासिल करेगा.
द्रौपदी मुर्मू ने आज देश के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद कहा, मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूं जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है. अपने संबोधन में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने आजाद हिंदुस्तान के हम नागरिकों से जो अपेक्षाएं की थीं.
उनकी पूर्ति के लिए इस अमृतकाल में हमें तेज गति से काम करना है. इन 25 वर्षों में अमृतकाल की सिद्धि का रास्ता दो पटरियों पर आगे बढ़ेगा- सबका प्रयास और सबका कर्तव्य. उन्होंने कहा कि कल यानि 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस भी है.ये दिन, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम, दोनों का ही प्रतीक है. मैं आज, देश की सेनाओं को तथा देश के समस्त नागरिकों को कारगिल विजय दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देती हूं.
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं. आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है. मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा.ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है.