जिला शिमला के मतगणना कर्मियों तथा माइक्रो ऑबर्जवर की पहली रैंडमाइजेशन एक दिसंबर को होगी. यह जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने कहा कि दूसरी रैंडमाइजेशन का आयोजन 6 दिसंबर किया जाएगा.
इसके बाद मतगणना कर्मियों एवं माइक्रो ऑबर्जवर को उनके विधानसभा क्षेत्र आबंटित कर दिए जाएंगे. सात दिसंबर को मतगणना से जुड़े सभी कर्मचारी संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों को रिपोर्ट करेंगे.
आदित्य नेगी ने कहा कि मतगणना कर्मियों तथा माइक्रो ऑबर्जवर को मतगणना के नियमों तथा विभिन्न प्रावधानों की जानकारी प्रदान करने के लिए जिला स्तर पर पूर्वाभ्यास भी कराया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पहली ट्रेनिंग 3 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरी ट्रेनिंग 6 दिसंबर को रैंडमाइजेशन के बाद होगी. इसके बाद रिटर्निग अधिकारी अपने स्तर पर भी मतगणना से जुड़े सभी कर्मचारियों को पूर्वाभ्यास करवाएंगे.
उन्होंने बताया कि मतगणना के दिन यानी 8 दिसंबर को प्रातः 5 बजे सभी मतगणना कर्मियों एवं माइक्रो ऑबजर्वर को टेबल आबंटित किए जाएंगे और प्रातः 8 बजे से मतगणना आरंभ हो जाएगी.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतगणना के लिए कुल 178 कर्मियों तथा 121 माइक्रो ऑबजर्वर की आवश्यकता है.
इसके अलावा 20 प्रतिशत अतिरिक्त स्टाफ को रिजर्व में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि मतगणना शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं. सभी केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जाएगी.
पहले घेरे में केंद्रीय सुरक्षा बल, दूसरे घेरे में हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस तथा तीसरे घेरे में जिला पुलिस के जवानों की तैनाती की जाएगी. उन्होंने कहा कि किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को मतगणना केंद्र के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही मोबाइल फोन ले जाने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.