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केन्द्र के वाटर सेस हटाने के सुझाव पत्र पर बोले उपमुख्यमंत्री अग्निहोत्री

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राजनीति से प्रेरित है पत्र हिमाचल नहीं मानेगा सुझाव: अग्निहोत्री अग्निहोत्री

पांच राज्यों के चुनाव के लिए हिमाचल ने बदली दिशा, भाजपा के खेमे में टेंशन का माहौल: अग्निहोत्री अग्निहोत्री

हिमाचल सरकार के हाइड्रो प्रोजेक्ट्स पर वाटर सेस के फैसले पर केंद्र सरकार की ओर से बीती दिनों आए सेस हटाने के सुझाव पत्र पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जवाब देते हुए कहा कि हिमाचल केंद्र के सुझाव को नहीं मानेगा उन्होंने इस पत्र को राजनीति से प्रेरित पत्र भी बताया.

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल एक जल राज्य है और इसके जल पर हिमाचल का अधिकार है. उन्होंने कहा कि मामला अभी भी न्यायालय में है ऐसे में संवैधानिक तौर पर क्या सही है और क्या गलत यह केंद्र तय नहीं करेगा बल्कि न्यायालय तय करेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र को भी इस मामले में जल्दबाजी दिखाने की कोई जरूरत नहीं है.

उन्होंने कहा कि दूसरी बार केंद्र की ओर से यह पत्र आया है और दूसरे राज्यों को भी केंद्र ने पत्र भेज दिया. जबकि उत्तराखंड में इसको लेकर पहले ही न्यायालय की बेंच ने फैसला सुना दिया है. मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार के वॉटर सेस लेने को हिमाचल प्रदेश का अधिकार बताया है.

वहीं पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को लेकर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भाजपा के खिलाफ आक्रामक नजर आए. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सभी पांच राज्यों में कांग्रेस की स्थिति बेहद मजबूत है और टेंशन का माहौल भाजपा खेमे में है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने चुनाव के रास्ते को ही बदल कर रख दिया.

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद कांग्रेस ने कर्नाटक में भी जीत दर्ज की. इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस की वापसी की बात कही तो वहीं भाजपा शासित मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी कांग्रेस के सत्ता में आने का दावा ठोका. इसके अलावा इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भी हिमाचल में कांग्रेस की जीत होने वाली है और इसके पीछे प्रदेश सरकार के ops बहाली के फैसले को उन्होंने सबसे बड़ी वजह बताया.