हिमालयाई राज्यों की लंबी समय से उठ रही मांग को पूरा कर दिया है। इन राज्यों के लोगों के लिए सेना में भर्ती के नियम में थोड़ी छूट दी गई है। सैनिकों की भर्ती के लिए न्यूनतम ऊंचाई को 166 सेमी से घटाकर 163 सेमी कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में एक नोटिफिकेशन इस हफ्ते सेना मुख्यालय द्वारा पश्चिमी हिमालयाई इलाकों के रेजिमेंटल सेंटर्स को भेजा गया है।
एक दैनिक अखबार से बातचीत में सेना के वरिष्ठ सूत्र ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया, 'सेना ने पश्चिमी हिमालयाई क्षेत्र के स्थानीय लोगों के लिए न्यूनतम ऊंचाई की अनिवार्यता में 3 सेमी की कमी की है। यह आदेश 1 अक्टूबर से लागू होगा। इन क्षेत्रों के लोगों का कहना था कि अपनी ऊंचाई के कारण वे लोग सेना में शामिल नहीं हो पाते हैं।'
पश्चिमी हिमालयाई क्षेत्रों में उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब हिल्स ( हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच अंतरराज्यीय सीमा के दक्षिण और पश्चिम का इलाके के साथ-साथ मुकेरियान, होशियारपुर, गढ़शंकर, रोपड़ और चंडीगढ़ का पूर्वी इलाका) शामिल हैं।
गौरतलब है कि अलग-अलग इलाके के लिए सेना ने अलग-अलग ऊंचाई अनिवार्य कर रखा है। पूर्वी हिमालयाई क्षेत्र के लिए न्यूनतम ऊंचाई 160 सेमी है। पश्चिमी मैदान वाले इलाकों के लिए यह 170 सेमी है जबकि पूर्वी मैदानी इलाकों के लिए 169 सेमी। मध्य एवं दक्षिणी इलाकों के लिए ऊंचाई क्रमश: 168 सेमी और 166 सेमी है।