भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने जेल से छूटने के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती के साथ अपना खून का रिश्ता बताया था और उन्हें अपनी बुआ कहा था। अब मायावती ने उनके बयान पर ऐतराज जताया है। मायावती ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैं देख रही हूं कि कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ में तो कुछ लोग अपने बचाव में और कुछ लोग खुद को नौजवान दिखाने के लिये कभी मेरे साथ भाई-बहन का तो कभी बुआ-भतीजे का रिश्ता जोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक शख्स जेल से बाहर आया है। वह मुझे बुआ कहने की कोशिश कर रहा है। मैं कभी भी इस तरह के लोगों से कोई संबंध नहीं रख सकती हूं।
बीएसपी प्रमुख ने कहा कि सहारनपुर के शब्बीरपुर में हुई हिंसा के मामले में अभी हाल में रिहा हुआ व्यक्ति (चंद्रशेखर उर्फ रावण) उनके साथ बुआ का नाता जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनका कभी भी ऐसे लोगों के साथ कोई सम्मानजनक रिश्ता नहीं कायम हो सकता। अगर ऐसे लोग वाकई पिछड़ी जातियों के हितैषी होते तो अपना संगठन बनाने की बजाये बीएसपी से जुड़ते।
बता दें कि मई 2017 में सहारनपुर जिले के शब्बीरपुर में हुई जातीय हिंसा के मामले में गिरफ्तार किये गए भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को 14 सितम्बर को रिहा किया गया था। रिहाई के बाद उन्होंने कहा था कि मायावती उनकी बुआ हैं।
रावण ने कहा था कि मायावती के साथ उनके खून के रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि वे मेरी बुआ हैं और उन्होंने समाज के लिए बहुत संघर्ष किया है। वे दलितों की लड़ाई लड़ रही हैं। मैं उनके पक्ष में हूं। उनके खिलाफ जाने की मैं सोच भी नहीं सकता हूं। उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी के खिलाफ यदि महागठबंधन होता है तो वह उसके साथ खड़े होंगे।