बीएसएफ में खराब खाने का मुद्दा उठाने वाले बर्खास्त सैनिक तेज बहादुर यादव के बेटे रोहित (22) ने की गुरुवार को गोली लगने से मौत हो हो गई। उस वक्त वह घर के कमरे में अकेला था। मौके पर पिता की लाइसेंसी पिस्तौल मिली है। पुलिस मामले की जांच खुदकुशी और स्टंट में जान जाने के एंगल से कर रही है। हालांकि पुलिस ने आत्महत्या की आशंका से भी इंकार नहीं किया है।
पुलिस के मुताबिक, रोहित तेज बहादुर और शर्मिला की इकलौती संतान था और बीएससी सेकंड ईयर में था। तेज बहादुर प्रयागराज कुंभ मेले में गए हैं। घटना के वक्त शर्मिला भी ड्यूटी पर गई थीं। वे एक निजी कंपनी में काम करती हैं। शाम को घर लौटीं तो दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की से देखा तो रोहित पलंग पर खून से लथपथ पड़ा था। रोहित की कनपटी के दाईं तरफ गोली लगी। पिस्तौल की मैगजीन पलंग पर पड़ी थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हो सकता है कि रोहित मैगजीन निकालकर स्टंट कर रहा हो, लेकिन एक गोली पिस्तौल में रह गई हो।
पुलिस ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रिवाल्वर लाइसेंसी है अथवा अवैध इसकी जांच की जा रही है। चूंकि तेज बहादुर बीएसएफ से सेवानिवृत्त थे इसलिए उनको बाद में लाइसेंसी रिवाल्वर मिल जाती है। फिलहाल प्रथम दृष्टि को देखते हुए पुलिस ने आत्महत्या की आशंका से भी इंकार नहीं किया है। हालांकि रोहित की मां ने आत्महत्या से इंकार किया है।