सरकार ने जम्मू कश्मीर में तैनात अर्द्धसैनिक बल के जवानों के जोखिम और कठिनाई भत्ते को बढ़ा दिया है निचले स्तर के अधिकारियों का भत्ता विशेष लाभ के साथ हर महीने 7,600 रुपये और उच्च अधिकारियों का भत्ता 8,100 रुपये तक बढ़ा दिया गया है जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के एक सप्ताह बाद गृह मंत्रालय का यह फैसला आया है इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे
गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) या अर्द्धसैनिक बल के जवानों के लिए जोखिम और कठिनाई भत्ते को बढ़ा दिया गया है इंस्पेक्टर रैंक तक के जवानों के लिए भत्ते को 9,700 रुपये से बढ़ाकर 17,300 रुपये कर दिया गया है जबकि अधिकारियों का भत्ता 16,900 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया है।बढ़ा हुआ भत्ता जम्मू-कश्मीर तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सभी अर्द्धसैनिकों पर लागू होगा। यह निर्णय अगस्त 2017 से लंबित था
साल 2017 में सीएपीएफ में जोखिम और कठिनाई भत्ते के मामले को देखने और समीक्षा करने के लिए केन्द्रीय गृह सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था लेकिन अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया था बडगाम, पुलवामा और अनंतनाग जैसे दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों और बारामुला तथा कुपवाड़ा जैसे अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात सैनिकों को अब बढ़ा हुआ भत्ता मिलेगा जोखिम और कठिनाई भत्ते के तहत आने वाले नये क्षेत्रों में कुलगाम, शोपियां, किश्तवाड़, डोडा, रामबन तथा उधमपुर और तेलंगाना में एक जिला शामिल हैं।