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बुराई के खिलाफ बोलना भी आज देशद्रोह हो गया: शबाना आजमी

समाचार फर्स्ट डेस्क |

जानी-मानी अभिनेत्री शबाना आजमी का मानना है कि आज भारत में जो भी समाज की बुराई के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे देशद्रोही करार दे दिया जाता है। कुछ लोग राजनीतिक फायदे के लिए साजिशन ऐसा कर रहे हैं।

शबाना ने यह बात देहरादून में अपने पिता उर्दू के अजीम शायर कैफी आजमी की 100वीं जयंती पर सहस्रधारा रोड पर पैसेफिक गोल्फ एस्टेट में आयोजित देहरादून काव्य उत्सव में कही। उनके मुताबिक, देशभक्त देश में फैली बुराई की आलोचना करता है, क्योंकि वह देश की भलाई चाहता है लेकिन राष्ट्रवादी कुछ भी अपने खिलाफ सुनना नहीं चाहता है। राष्ट्रवाद और देशभक्ति में अंतर है, लेकिन इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया गया है। यह गलत है, देश हित में नहीं है। जब शबाना ने यह बात कही तब शबाना के पति और प्रसिद्ध गीतकार जावेद अख्तर भी मंच पर मौजूद थे।

…तब मोदी बायोपिक के मेकर्स पर भड़क गई थीं शबाना

इससे पहले मोदी बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी' के पोस्टर में जावेद अख्तर के नाम लिखे जाने पर हुए विवाद पर शबाना आजमी भड़क गई थीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि जावेद अख्तर का नाम जानबूझकर दिया गया है ताकि जनता को गुमराह किया जा सके। इससे पहले जावेद अख्तर ने खुद सोशल मीडिया पर हैरानी जताई थी कि उनका नाम फिल्म के क्रेडिट्स में कैसे दिया गया जबकि उन्होंने कोई गाने फिल्म के लिए लिखा ही नहीं। लिरिसिस्ट समीर ने भी अपने नाम पर आपत्ति जताई थी।

शबाना आजमी ने ट्वीट किया था, 'यह साफ है कि जनता को गुमराह करने के इरादे से ये किया गया है कि जावेद अख्तर ने फिल्म पीएम नरेंद्र मोदी के लिए गाने लिखे हैं, जबकि गीत 'ईश्वर अल्लाह तेरे जहान में' फिल्म '1947: अर्थ' से है।'