दशहरा पर्व के दौरान वर्षों से चलती आ रही रावण दहन की परंपरा पर कोरोना का असर पड़ा है। धर्मशाला पुलिस मैदान में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय दशहरा पर्व के दौरान जलाए जाने वाला 50 फिट का रावण इस बार छोटा होकर 30 फिट का रह गया है। पिछले वर्ष की बात करें तो कोरोना महामारी के चलते दशहरा पर्व सहित अन्य त्योहार पर भी रोक लगा दी गयी थी।
हालांकि कोरोना को ध्यान में रखते हुए कोई बड़ा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। लेकिन लोगों की भावनाओं को देखते हुए बुराई पर अच्छाई की जीत को लेकर इस बार धर्मशाला के पुलिस मैदान में दशहरा पर्व मनाया जा रहा है।
दशहरा कमेटी के मुताबिक इस बार कोरोना सहित महंगाई की मार पड़ी है। इसलिए रावण का इस बार बजट पर भी असर पड़ा है। इस बार रावण का पुतला 30 फिट, मेघनाथ और कुम्भकर्ण का पुतला 20 फिट और अक्षय का पुतला 15 फिट का है। इसके अतिरिक्त अगर खर्चे की बात करें तो लगभग 4 लाख रुपये तक का खर्च किया गया है। दहन के लिए बनाने वाले इन पुतलों के कारीगर सुदेश कुमार हरियाणा के रहने वाले हैं।
हालांकि बात सही है कोरोना के चलते सिर्फ दशहरा ही नहीं बल्कि कई त्योहारों पर असर पड़ा है।महंगाई की वजह से लोग परेशान हैं। जैसे बुराई पर अच्छाई के प्रतीक रावण का दहन हर साल किया जाता है, वैसे ही सरकारों को भी जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए महंगाई से निजात दिलाने की तरफ प्रयास करना चाहिए। जिससे आने वाले कल में हर तरफ बुराई पर अच्छाई की जीत हो सके।