कुल्लु जिले के शक्ति गांव के मतदाताओं को उपचुनावों में वोट डालने के लिए भारी मशक्कत करनी पडे़गी। अपने अगले सांसद को चुनने के लिए यहां के लोगों को 24 किलोमीटर का सफर तय करना पडे़गा। बांजार विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाला शक्ति गांव प्रदेश के सबसे सुदूर हिस्सों में से एक है।
आपको बता दें कि इस गांव में लोग शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं का आज भी इंतजार कर रहे हैं।
वहीं, लाहौल स्पीति के ताशीगांग में 15,226 फीट की ऊंचाई पर निर्वाचन आयोग पोलिंग सेंटर स्थापित करेगा। मंडी लोकसभा की सीट के लिए पूरे निर्वाचन क्षेत्र में 2,113 पोलिंग सेंटर स्थापित किये जाएंगे। जबकि इन उपचुनावों में कुल 2,484 निर्वाचन केंद्र बनाए गए हैं जिनमें 15,50,552 मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल कर पाएंगे। मंडी लोकसभा क्षेत्र में 12,99,756, फतेहपुर में 87,222, अर्की विधानसभा में 92,609 और जुब्बल-कोटखाई में 70,965 मतदाता हैं।
इस बार 38,305 युवा अपने वोट का पहली बार इस्तेमाल करेंगे। निर्वाचन आयोग इस बार 40 ऐसे मतदाता केंद्र स्थापित करेगा जंहा सिर्फ महिला स्टाफ ही मतदान करवाएगा। निर्वाचन आयोग ने कमर तो कस ली है पर जनता भरोसा किस पर जताएगी ये तो 30 अक्तूबर को ही पता चलेगा।