मज़दूर संगठन सीटू ने मंगलवार को शिमला के प्राइवेट स्कूल ऑकलैंड हाउस के बाहर फिर से अपना आंदोलन तेज कर दिया है। सीटू पिछले 6 महीनों से स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। सीटू के कार्यकर्ता स्कूल से निकाले गए 32 मज़दूरों की बहाली की मांग पर अड़े हुए है। जिसको लेकर सीटू कार्यकर्ताओं ने ऑकलैंड स्कूल के बाहर धरना दिया और प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की है।
सीटू जिला महासचिव विजेन्द्र मेहरा ने बताया कि गत 6 फरवरी को स्कूल प्रबंधन ने 32 मज़दूरों को बिना कारण स्कूल से निकाल दिया था। जिसको लेकर सीटू तब से आंदोलन कर रहा है लेकिन अभी तक मज़दूरों की बहाली नहीं की गई। अब सीटू ने स्कूल प्रबंधन के साथ आर पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है।
मेहरा ने कहा कि जब तक मज़दूरों की बहाली नहीं की जाती सीटू का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि मज़दूरों का ये मामला लेबर कोर्ट में भी विचाराधीन है। जिसकी सुनवाई भी इसी महीने होने वाली है। इसलिए सीटू मज़दूरों के हकों की मांग लेबर कोर्ट के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन से भी लड़ेगी।