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उन्नाव रेप पीड़िता की मां को पड़े मात्र 1555 वोट, नहीं चला सहानुभूति कार्ड

डेस्क |

उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे साफ हो चुके हैं। भाजपा यहां 255 सीट लेकर सरकार बनाने जा रही है। हालांकि इस चुनाव में पार्टी को कई बड़े नुकसान भी हुए हैं क्योंकि पार्टी के उप-मुख्यमंत्री सहित 11 मंत्रियों के भी हारने की ख़बर है। इसी बीच ये चुनाव कांग्रेस के लिए निराशा भरा रहा क्योंकि कांग्रेस इतनी मेहनत के बाद भी कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाई है।

यहां तक कि कांग्रेस ने 40 फीसदी महिलाओं को पार्टी टिकट दिया था, जिसमें सबसे अहम थी उन्नाव सदर विधानसभा सीट से उम्मीदवार आशा सिंह। आशा सिंह को हार का सामना करना पड़ा है और उन्हें 1555 वोट पड़े हैं। जैसे ही कांग्रेस ने उन्हें टिकट दिया तो कई पार्टियों में हलचल हुई तो लोगों का सेंटीमेंट एक साथ हो गया। लेकिन आखिर में नतीजे भाजपा के पक्ष में ही रहे।

आपको बता दें कि उन्नाव से कांग्रेस प्रत्याशी आशा सिंह की बेटी रेप का शिकार हुई थी। इस रेप केस में भाजपा के विधायक रह चुके कुलदीप सिंह सेंगर को सज़ा सुनाई गई थी। इसी के चलते पार्टी ने भी सेंगर को हटा दिया। इसी बीच माना जा रहा था कि यहां की जनता की सहानुभुति भाजपा के एंटी थी।

इसी के चलते कांग्रेस ने आशा सिंह को टिकट देकर बेहतरीन पैंतरा आजमाया। राजनीति में पहली बार कदम रखने वाली आशा सिंह ने इस मुकाबले को महिला सम्मान की लड़ाई से जोड़ दिया था। प्रियंका गांधी ने आशा सिंह को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। लेकिन आखिर में यहां से भाजपा प्रत्याशी पंकज गुप्ता ने जीत दर्ज की।