हवाई जहाज पर सफर करना काफी आम बात हो गई है। आजकल हर कोई हवाई जहाज पर सफर करता है। आप सबने भी हवाई जहाज में कभी न कभी तो सफर किया ही होगा। दुनिया में जितने भी हवाई जहाज हैं वह सारे के सारे ही सफेद रंग के होते हैं। आप सबके मन में भी अक्सर यह सवाल आता होगा कि हवाई जहाज को कोई और रंग में क्यों नहीं बनाया जाता।
काफी ऐसे कुछ हवाई जहाज दुनिया में बने हैं जिनका रंग रंग-बिरंगा होता है लेकिन उनका बेस का कलर सफेद ही होता है। हवाई जहाज में सफेद रंग के पीछे भी कई वजह हैं।
इस वजह से विमानों का रंग होता है सफेद –
- सबसे पहला और महत्वपूर्ण कारण ये है कि हवाई जहाज को ठंडा रखने के लिए इसे सफेद रंग से रंगा जाता है। क्योंकि सफेद रंग गर्मी को दूसरे रंगों की तुलना में दूर करता है।
- दूसरा कारण यह है कि सफेद रंग की वजह से प्लेन में आई हुई खराबी जैसे- क्रेकस, तेल का रिसना आदि आसानी से दिख जाते हैं। इसलिए इसे सफेद रखा जाता है।
- तीसरी वजह ये है कि एक हवाई जहाज को पेंट करने में करीब 3 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का खर्च आता है जिसे खर्च करना कंपनी के लिए मुश्किल होती। इसलिए इसे सफेद रखा जाता है।
- अन्य रंगों की तुलना में सफेद रंग धूप में हल्का नहीं होता, इसी कारण कंपनियां हवाई जहाज को सफेद रंग का ही रखना पसंद करती हैं।
- कंपनियां अक्सर अपने जहाजों को खरीदती बेचती रहती हैं। इसलिए सफेद रंग के कारण प्लेन पर लिखे नाम को बदलना आसान होता है।
- एक और भी वजह होती है अगर कोई और रंग हवार्ई जहाज में लगा दिया तो हवाई जहाज का वजन बढ़ जाता है। फिर हवाई जहाज में पेट्रोल भी ज्यादा लगता है। सफेद रंग होने से पेट्रोल कम लगता है। हवाई जहाज को उड़ाने में कंपनियों को खर्चा भी कम आता है। यही सारी वजह हैं जिसकी वजह से हवाई जहाज का रंग सफेद होता है।