शिमला के रामपुर के सबसे दूर दराज कूट पंचायत के कंडे में शुक्रवार शाम बादल फटने से आधा दर्जन से अधिक गांव को जोड़ने वाले पुल बह गए हैं। वहीं, पंचायत के 4 गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। बादल फटने के कारण यहां आने-जाने वाले पैदल और वाहन मार्ग बंद पड़ गए हैं।
कूट पंचायत के भेड़ पालक मवेशियों के साथ कंडे गए हैं, लेकिन उनके सकुशल होने का अब तक कोई पचा नहीं चल पाया है। कंडे से गांव आने का रास्ता भी पूरी तरह से कट चुका है। कूट पंचायत के प्रधान विजय माटेट ने बताया कि खयुचा गांव के आसपास काफी तेज बारिश हुई, जिस दौरान खयुचा कंडे में बादल फटा और कोट गांव के पास कंडे मार्ग पर छोटा पुल बह गया। इसके अलावा खयुचा पुल, कूट के लिए बनाई लकड़ी की पुलिया, कूटलू पुल, सुरु खड्ड में बना पुल, सतलुज नदी के साथ सुरु खड्ड में बना शरडा पुल ध्वस्त हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक कूट गांव के आसपास वाटर शेड के जरिए करीब 500 क्रेट वायर गांव व स्थानीय लोगों की जमीनों को खड्ड के तेज बहाव से बचाने के लिए लगाए थे, जो सभी बह गए हैं। कंडे में करीब 2500 भेड़-बकरियां स्थानीय लोगों की हैं, उनके साथ गए लोगों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। शनिवार को गांव के कुछ लोगों को वहीं भेजने का प्रयास किया जाएगा।