कुल्लू के आनी के तहत आने वाले निरमंड में सरघा पंचायत के हुमकु गांव की पहाड़ी पर भारी चट्टानें टूटने से एक व्यक्ति समेत दर्जनों भेड़ बकरियां दब गई हैं। जबकि आधा दर्जन भेड़ पालकों ने भाग कर जान बचाई।
जानकारी के अनुसार सोमवार शाम के समय सरघा पंचायत के दूर दराज हुमकु गांव की पहाड़ी जिसे चेता डाक के नाम से जाना जाता है, अचानक भरभराकर टूट गया और करीब 300 मीटर तक चट्टानें टूटकर नीचे बिखर गईं। चट्टानों के टूटने से इस पहाड़ी के नीचे भेड़ बकरियां चरा रहे भेड़ पालकों में से देगा नंद पुत्र स्वर्गीय देर सिंह उमर 65 वर्ष गांव हुमकु डाकघर सरगा तहसील निरमंड जिला कुल्लू चट्टानों की चपेट में आ गया और पत्थरों से उसके चिथड़े उड़ गए। इसके इलावा चट्टानों की चपेट में आने से 110 भेड़-बकरियों समेत 3 जर्सी गाय दो बैल और एक खच्चर भी दब कर मर गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चट्टान इतनी तेजी से दरकी की दूर-दूर तक इसकी आवाज गूंजी। हालांकि कुछ गड़रिए किसी तरह इन चट्टानों की चपेट में आने से बचने में सफल हुए। सरघा पंचायत के प्रधान राकेश ठाकुर, उप प्रधान ठाकुर दास बिस्ट, पंचायत समिति सदस्य नरेंद्र ठाकुर व भाजपा निरमंड के महासचिव जीवन चौहान ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे। वहीं उन्होंने कहा कि बजुर्ग के शव को खोज लिया गया है लेकिन अंधेरा होने के कारण जो पशु चट्टानों की चपेट में आए हैं, उन्हें निकाला नहीं जा सका। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और राजस्व टीम मौके पर पहुंच गई और मौके का जायजा लिया।