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हिमाचल विश्वविद्यालय के शिक्षकों और गैर शिक्षकों को अप्रैल माह की सैलरी अब तक नहीं मिली
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कुलपति कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
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शिक्षक संघ ने चेताया, जल्द सैलरी न मिलने पर आंदोलन होगा तेज
Salary protest Himachal University: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) शिमला में शिक्षकों और गैर-शिक्षकों का गुस्सा अब सड़कों पर दिखाई देने लगा है। अप्रैल महीने की वेतन अब तक न मिलने के चलते यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने कुलपति कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
कर्मचारियों ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब सैलरी में देरी हुई हो। पहले भी इस तरह की लापरवाही हो चुकी है और बार-बार वेतन में देरी से कर्मचारियों का मनोबल गिर रहा है। विरोध कर रहे कर्मचारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि हर महीने की पहली तारीख को वेतन मिलना उनका हक है, जिसे सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए।
शिक्षक संघ हपुटवा के अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास ने कहा कि वेतन रुकने के लिए सीधे तौर पर एजुकेशन सेक्रेटरी और उच्च शिक्षा निदेशक जिम्मेदार हैं। डॉ. व्यास ने बताया कि यूनिवर्सिटी की वेतन फाइल पिछले दस दिनों से बिना हस्ताक्षर के पड़ी है और इस लापरवाही के कारण सैकड़ों कर्मचारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र वेतन नहीं मिला तो यूनिवर्सिटी कर्मचारी बड़ा आंदोलन शुरू करने को विवश होंगे। इस देरी को लेकर कर्मचारियों में गहरी नाराजगी है और वे इसे प्रशासन की असंवेदनशीलता मानते हैं।