रवि योग और भद्रा एक साथ शुरू हो रहे हैं, भद्रा में शुभ कार्य वर्जित
आज सूर्य पूजा और रविवार व्रत का विशेष महत्व
सूर्य देव को अर्घ्य और लाल वस्तुओं का दान शुभफलकारी
आज 29 जून 2025, रविवार का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आज आषाढ़ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है, जो सुबह 09:14 बजे तक रहेगी, इसके बाद पंचमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। अश्लेषा नक्षत्र सुबह 06:34 बजे तक रहेगा और फिर मघा नक्षत्र का प्रवेश होगा। आज के दिन वज्र योग का निर्माण हो रहा है, जो शाम 05:59 बजे तक रहेगा और फिर सिद्ध योग प्रारंभ होगा।
आज का दिन इसलिए विशेष माना गया है क्योंकि रवि योग और भद्रा दोनों एक ही समय यानी 05:26 AM से बन रहे हैं। भद्रा का वास धरती पर है, इसलिए सुबह 09:14 AM तक कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, नए व्यवसाय की शुरुआत या खरीददारी न करें। हालाँकि रवि योग का प्रभाव संपूर्ण दिन शुभ माना जाता है और इस योग में सूर्य देव को अर्घ्य देना सभी तरह के दोषों का नाश करने वाला होता है।
जिन लोगों की कुंडली में सूर्य दोष है या सूर्य कमजोर है, उन्हें रविवार व्रत करना चाहिए। रविवार व्रत के दिन नमक का सेवन वर्जित माना जाता है। प्रातः स्नान के बाद सूर्य देव को तांबे के पात्र में जल डालकर उसमें लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल मिलाकर अर्घ्य दें। साथ ही सूर्य मंत्र – “ॐ घृणि सूर्याय नमः” का जप करें। इसके बाद गायत्री मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायक होता है।
आज शिववास प्रातः 09:14 बजे तक क्रीड़ा में और फिर कैलाश पर है। दिशाशूल पश्चिम दिशा में रहेगा, इसलिए यदि पश्चिम दिशा में यात्रा आवश्यक हो, तो तिल खाकर घर से निकलें।
सूर्योदय और सूर्यास्त क्रमशः 05:26 AM और 07:23 PM पर होगा। चंद्रोदय सुबह 09:12 AM पर और चंद्रास्त रात 10:37 PM पर होगा।
दिन के शुभ मुहूर्त में अभिजीत मुहूर्त 11:57 AM से 12:52 PM, विजय मुहूर्त 02:44 PM से 03:40 PM तक रहेगा। रात के चौघड़िया मुहूर्त में शुभ-उत्तम और अमृत-सर्वोत्तम विशेष फलदायी माने गए हैं।
राहुकाल शाम 05:38 PM से 07:23 PM तक रहेगा, इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण कार्य न करें।
आज के दिन लाल रंग, लाल वस्त्र, माणिक्य रत्न, लाल चंदन, तांबा, घी, गुड़, गेहूं का दान करें। यह आपके जीवन में सूर्य की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाएगा और मान-सम्मान व स्वास्थ्य में वृद्धि करेगा।



