हिमाचल पर्यटन निगम (HPTDC) के कुल्लू-मनाली में कार्यरत एक अधिकारी को शिमला से कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। निगम ने अधिकारी पर कई तरह की अनियमितताओं और गड़बडिय़ों पर जांच भी बिठाई है। ऐसे प्रकरणों को ही उच्चाधिकारियों ने पर्यटन निगम के होटलों के पिछडऩे का कारण माना है। उक्त पर्यटन अधिकारी ने कटराईं में पर्यटन निगम का एक होटल किसी व्यक्ति को लीज पर दिया गया लेकिन उस लीज के बदले निगम के हिस्से में पैसे नहीं आए। कई वर्ष बीत जाने के बाद होटल को लीज पर लेने वाले पर लाखों की देनदारी हो गई है।
निगम ने गड़बड़झाले पर बिठाई जांच
HPTDC के कुल्लू जिला में कार्यरत एक अधिकारी को इस संदर्भ में कई बार उच्चाधिकारियों ने आदेश जारी कर रिकवरी सुनिश्चित करवाने के लिए कहा लेकिन इन आदेशों पर कार्रवाई नहीं हुई। जब संबंधित अधिकारी को उच्चाधिकारियों ने शिमला तलब किया तो संबंधित अधिकारी वहां भी नहीं गए और अवकाश लेकर आराम फरमाते रहे। अब अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है और गड़बड़झालों पर जांच भी बैठाई गई है।
अधिकारी के उड़े होश
कारण बताओ नोटिस जारी होने पर संबंधित अधिकारी के होश उड़ गए हैं। निगम के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के भी हाथ-पांव फूल गए हैं। अधिकारी ने रिकवरी के लिए प्रयास शुरू तो किए लेकिन, होटल को लीज पर लेने वालों ने दो टूक कह दिया कि कमाई ही नहीं हुई तो हम पैसे क्यों दें। अब गड़बड़झालों का यह पूरा ठीकरा संबंधित अधिकारी के सिर पर फूट रहा है।