हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के कर्मचारियों को राज्य सरकार के अन्य कर्मचारियों की तर्ज पर प्रथम जनवरी, 2016 से संशोधित वेतनमान प्रदान किया जाएगा. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के निदेशक मंडल की 158वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया. निदेशक मण्डल के इस निर्णय से निगम के 1300 से अधिक कर्मचारियों को प्रति वर्ष 12.40 करोड़ रुपये का लाभ प्राप्त होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित किया है कि कर्मचारियों को उनका बकाया समय पर प्रदान किया जाए. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने इस वर्ष अप्रैल से जुलाई माह के दौरान 45.91 करोड़ रुपये की आय और लगभग 11.79 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है.
जय राम ठाकुर ने कहा कि निगम को हाउसमैन, यूटिलिटी वर्कर, सुरक्षा गार्ड/चौकीदार, विशेषज्ञ रसोइया, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, बढ़ई, राजमिस्त्री, माली और बेलदार आदि की श्रेणियों में आवश्यकता आधारित श्रम शक्ति को काम पर रखने के लिए अधिकृत किया जाएगा ताकि होटल इकाइयों की कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित किया जा सके. उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन इकाइयों में ग्राहकों को बेहतर सेवाएं सुनिश्चित होंगी.
मुख्यमंत्री ने निगम की कार्यप्रणाली में व्यावसायिकता लाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कर्मचारियों को प्रशिक्षण, पुनश्चर्या पाठ्यक्रम आदि के माध्यम से प्रेरित कर कार्य संस्कृति में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को खाद्य उत्पादन व सेवा आदि में निपुणता के लिए इन-हाउस प्रशिक्षण और रिफ्रेशर कोर्स आयोजित किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास निगम के उपक्रमों के प्रचार के लिए वेबसाइट और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रभावी अभियान चलाया जाना चाहिए।.
एचपीटीडीसी के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही का संचालन किया. बैठक में मुख्य सचिव आर.डी. धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे.