➤ पूर्व DGP पर आरोप लगाने वाले SP संजीव गांधी 29 दिन बाद ड्यूटी पर लौटे
➤ विमल नेगी मौत मामले में शिमला पुलिस और DGP आमने-सामने
➤ DGP के रिटायर होने के बाद ACS और SP ने फिर से कार्यभार संभाला
Sanjeev Gandhi Returns: हिमाचल प्रदेश पुलिस महकमे में लंबे समय से चल रहे विवाद के बीच शिमला के एसपी संजीव गांधी मंगलवार को लगभग 29 दिन बाद ड्यूटी पर लौट आए हैं। संजीव गांधी को राज्य सरकार ने 27 मई को लंबी छुट्टी पर भेज दिया था, और उनके स्थान पर IPS गौरव सिंह को शिमला का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
एसपी संजीव गांधी ने इससे पहले पूर्व डीजीपी अतुल वर्मा पर गंभीर आरोप लगाए थे, खासतौर पर पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत से जुड़े मामलों में। 24 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांधी ने आरोप लगाया था कि शिमला पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिनमें डीजीपी के स्टाफ का नाम ड्रग पैडलर संजीव भूरिया गैंग से जुड़ा हुआ बताया गया है।
इस बयान से ठीक तीन दिन पहले हिमाचल हाईकोर्ट ने विमल नेगी केस की जांच SIT से हटाकर CBI को सौंपने का आदेश दिया था। विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी ने इस केस में सीबीआई जांच की मांग की थी। अदालत को सौंपे गए डीजीपी के एफिडेविट में यह कहा गया था कि शिमला पुलिस ने नेगी की जेब से मिली पेन ड्राइव को छुपाया और फॉरमेट कर दिया, जिससे जांच पर सवाल खड़े हुए।
इसके जवाब में एसपी संजीव गांधी ने पूर्व डीजीपी अतुल वर्मा, मुख्य सचिव ओंकार शर्मा, पूर्व डीजीपी संजय कुंडू और बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा पर भी गंभीर आरोप जड़े थे।
यह मामला तब शुरू हुआ जब 10 मार्च को विमल नेगी अचानक लापता हो गए, और 8 दिन बाद 18 मार्च को उनका शव गोबिंद सागर झील से मिला। 19 मार्च को एम्स बिलासपुर में पोस्टमॉर्टम हुआ और उसी शाम परिजनों ने शव के साथ शिमला में प्रदर्शन किया। इसके बाद सरकार ने पूरे मामले की आंतरिक समीक्षा शुरू करते हुए ACS, DGP और SP को छुट्टी पर भेज दिया।
अब जबकि DGP अतुल वर्मा 31 मई को रिटायर हो चुके हैं, ACS ओंकार शर्मा ने भी कार्यभार संभाल लिया है और आज SP संजीव गांधी की सर्विस में वापसी हो गई है। यह देखना बाकी है कि अब इस संवेदनशील प्रकरण में आगे की स्थिति किस दिशा में जाती है।