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मंडी में निकाली गई तिरंगा यात्रा, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित
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पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने की अगुवाई
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सेना के शौर्य और पराक्रम को जन-जन तक पहुंचाने का उद्देश्य
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से मंडी में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा की अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की, जिनके साथ इस आयोजन में ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, जिला के भाजपा विधायक, पार्टी पदाधिकारी और सैकड़ों स्थानीय लोग मौजूद रहे।
तिरंगा यात्रा ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत वातावरण में नगर में मार्च किया, जिसमें भारत माता की जय और वंदे मातरम् जैसे गगनभेदी नारों से वातावरण गूंज उठा। यात्रा के माध्यम से ऑपरेशन सिंदूर में सेना द्वारा दिखाए गए पराक्रम, रणनीतिक दक्षता और साहसिक नेतृत्व को श्रद्धांजलि दी गई और जनता को इसके महत्व से अवगत कराया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की वह निर्णायक जवाबी कार्रवाई है, जिसका हर भारतीय पहलगाम नरसंहार के बाद बेसब्री से इंतजार कर रहा था। मंडी में आयोजित “तिरंगा यात्रा” के बाद सेरी मंच से जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, जो लंबे समय से दुनिया में खूंखार आतंकवादियों को पनाह देता आ रहा है, अब भारत की सैन्य शक्ति और दृढ़ संकल्प के आगे झुक गया है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष हिन्दू तीर्थयात्रियों की हत्या की, जो हर भारतीय के दिल में आग बनकर धधक उठी। उसी जनाक्रोश और राष्ट्रीय भावना को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने आतंकियों के 9 ठिकानों को मात्र 25 मिनट की एयरस्ट्राइक में ध्वस्त कर दिया।
जयराम ठाकुर ने बताया कि यह सैन्य कार्रवाई आम नागरिकों पर नहीं, बल्कि पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद के अड्डों पर की गई। इस दौरान 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया और उसने सीमा पार से ड्रोन व मिसाइल हमले शुरू किए। लेकिन भारतीय वायुसेना ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया और पाकिस्तान के कई सैन्य अड्डों को तबाह कर दिया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस कार्रवाई से इतना डर गया कि उसने अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के लिए गिड़गिड़ाना शुरू कर दिया। भारत ने साफ कह दिया कि संघर्षविराम हमारी शर्तों पर होगा, लेकिन युद्ध समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में यदि एक भी आतंकी गतिविधि हुई, तो युद्ध की भाषा में ही जवाब दिया जाएगा।
इस अवसर पर आयोजित “तिरंगा यात्रा” को उन्होंने सेना के अदम्य साहस, वीरता और बलिदान को समर्पित बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कोई राजनीतिक रैली नहीं बल्कि राष्ट्र के लिए सम्मान की यात्रा है। इस यात्रा में शामिल रहे लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) राकेश कपूर, कारगिल युद्ध नायक ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, विधायक अनिल शर्मा, विनोद कुमार, इंद्र सिंह गांधी, राकेश जंबाल सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता।
जयराम ठाकुर ने कहा कि तुर्की जैसे देशों का खुला बहिष्कार किया जाना चाहिए, जिन्होंने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान का साथ दिया। भारत को अब ऐसे देशों से हर प्रकार के संबंध तोड़ने चाहिए।