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शिमला में पानी की समस्या हुई विकराल, महापौर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे लोग

शिमला में पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। आलम ये है कि शहर में तीन दिन बाद पानी की सप्लाई की जा रही है। जिससे कड़कड़ाती गर्मी में लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है।

पी. चंद |

शिमला में पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। आलम ये है कि शहर में तीन दिन बाद पानी की सप्लाई की जा रही है। जिससे कड़कड़ाती गर्मी में लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। हालांकि शहर के लोग इसके लिए नगर निगम की लचर प्रणाली और शिमला जल प्रबंधन निगम की वितरण प्रणाली को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

पानी की दिक्क़त को लेकर भीम आर्मी एकता मिशन के अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता रवि दलित और शहर के अन्य लोग आज महापौर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने चेतावनी दी की अगर शहर के लोगों को प्रतिदिन पानी नहीं मिलता हैं तो वह मंत्री सुरेश भारद्वाज के बाहर प्रदर्शन करेंगे।

रवि दलित ने कहा की बीजेपी शासित नगर निगम ने शहर का पानी निजी कंपनी को सौप दिया है जिसके बाद होटलों को तो पानी मिल रहा है लेकिन जनता पानी के लिए तरस रही। 24 घंटे पानी देने के बीजेपी के दावे खोखले साबित हुए हैं। निजी कंपनी पानी का सही वितरण शहर वासियों को नहीं कर पा रही हैं।

उन्होंने कहा की लोगों को पानी की समस्या से जूझना न पड़े इसके लिए 24 घंटे पानी देना होगा । अगर ऐसा नहीं होता है तो वह शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के घर के बाहर धरने पर बैठ जायेंगे।