अब उत्तर प्रदेश के अमेठी में एके 47 राइफल निर्माण का प्लांट लगने जा रहा है। इसके लिए बुधवार देर शाम केंद्र सरकार ने रूस के साथ मिलकर करीब 7 लाख 47 हजार कलाश्निकोव राइफलों के निर्माण के करार का फैसला किया है। इन राइफलों को बनाने के लिए प्लांट उत्तर प्रदेश के अमेठी में लगाया जाएगा।
दोनों देशों की सरकारों के बीच होने वाले इस करार के तहत रूस की कलाश्निकोव कंसर्न और भारत का ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड मिलकर एके-47 की तीसरी पीढ़ी की राइफलें एके-203 तैयार करेंगे। दोनों देशों के बीच आधिकारिक समझौते पर दस्तखत इस हफ्ते के आखिर तक होने की संभावना है। उसी वक्त करार से जुड़ी कीमत, समयसीमा जैसी अन्य जरूरी जानकारियां सामने आएंगी।
गौरतलब है कि यह समझौता रक्षा मंत्रालय के उस प्रस्ताव के तहत हो रहा है जिसमें मंत्रालय ने साढ़े छह लाख राइफलों की खरीद के लिए 'अभिरुचि पत्र' मांगे थे। ये राइफलें पूरी तरह 'मेक इन इंडिया' प्रोग्राम के तहत भारत में ही बनाई जाएंगी। इस करार में भारत सरकार की पॉलिसी के तहत ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड के पास मेजॉरिटी शेयर 50.5 फीसदी रहेगा, जबकि रूस के पास 49.5 फीसदी शेयर होंगे।