उत्तर प्रदेश का बुलंदशहर सोमवार को गोकशी की आग में जल उठा। कथित गोहत्या के शक में उपजी हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार समेत दो लोगों की मौत हो गई। हिंसा की चपेट में आए शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रुपए तथा माता-पिता को 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने साथ ही साथ दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की। उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा है कि इस दु:ख की घड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार उनके साथ है।
यह है मामला-
गोकशी के शक में बुलंदशहर में हिंसा की चिंगारी भड़की। हिंसा सोमवार दोपहर तब शुरू हुई, जब गांव में कथित रुप से गोवंश के अवशेष मिले। आरोप लगा कि गांव के दूसरे समुदाय ने गोकशी की है। गांव के लोगों ने सड़क जाम कर दी। महाव और चिगलवाली समेत तीन गांवों के लोग वहां पर मौजूद थे। विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस बल ने लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की, जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई। सुमित नाम के एक लड़के को भी गोली लगी, उसकी मौत हो गई। गुस्साई भीड़ ने बुलंदशहर के स्याना थाने को फूंक दिया। इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर घेरकर हमला किया। भीड़ से बचने के चक्कर में सुबोध कुमार सिंह और उनकी टीम खेत में जा घुसी लेकिन भीड़ ने वहां भी उन्हें नहीं बख्शा।