मंगलवार को पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे 40 साल के रोहित शेखर तिवारी की रहस्यमय हालात में मौत हो गयी थी। शुरुआत में लगा कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने या ब्रेन हेम्ब्रेज से हुई, लेकिन गुरुवार को जब दिल्ली पुलिस को एम्स अस्पताल से रोहित शेखर की पोस्टमोर्टम रिपोर्ट मिली तो पुलिस हैरान रह गयी। पता चला कि रोहित की हत्या हुई है, किसी ने तकिए या दूसरी चीज से उसका मुंह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
रोहित शेखर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हिसाब से उसकी मौत गले में रुकावट यानी गला चोक होने से हुई। रिपोर्ट के हिसाब से मुंह किसी चीज से दबाया गया जिससे वे सांस नहीं ले पाए और गला भी घोंटा गया। इससे उनकी मौत हो गई। मौत का समय 15 -16 अप्रैल की दरमियानी रात में 1:30 बजे का है। जबकि रोहित को 16 अप्रैल को शाम करीब 5 बजे अस्पताल ले जाया गया। इसका मतलब वह करीब 15 घंटे घर में ही मृत पड़ा रहा।
पोस्टमोर्टम रिपोर्ट मिलते ही दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी थाने में हत्या यानी आईपीसी 302 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है। शुक्रवार को क्राइम ब्रांच के बड़े अधिकारियों ने रोहित के डिफेंस कॉलोनी के घर आकर रोहित के घरवालों से पूछताछ की। हालांकि रोहित की पत्नी अपूर्वा अभी दिल्ली से बाहर हैं। मौका ए वारदात की फोरेंसिक टीम ने भी जांच की है। रोहित अपनी मां, पत्नी और चचेरे भाई के साथ दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में रहते थे।
बीते मंगलवार यानि 16 अप्रैल को रोहित की मां उज्ज्वला दोपहर में साकेत इलाके के मैक्स अस्पताल मेडिकल जांच ले लिए गयीं थीं। तभी उन्हें घर से नौकरों और उनके दूसरे बेटे सिद्धार्थ ने फोन कर बताया कि रोहित को नाक से खून निकल रहा है और उसके हाथ पैर ठंडे पड़ गए हैं। रोहित की मां फौरन अस्पताल से एम्बुलेंस लेकर घर डिफेंस कॉलोनी में अपने घर पहुचीं और रोहित को लेकर वापस करीब 5 बजे मैक्स अस्पताल पहुंची ,जहां डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया। रोहित के कोई बाहरी चोट का कोई निशान नहीं है, इसलिए शुरुआत में आशंका थी कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने या ब्रेन हेम्ब्रेज की वजह से हुई हो। रोहित के घरवालों के मुताबिक घर में उनकी नौकरानी ने बताया कि रोहित की नाक से खून निकल रहा था।
पुलिस ने रोहित के घर के सीसीटीवी कैमरों की भी जांच की है, जिसमें 5 कैमरे सही काम कर रहे हैं जबकि 2 खराब हैं। पुलिस के मुताबिक रोहित 12 अप्रैल को उत्तराखण्ड में काठगोदाम वोट डालने गए थे, उसके बाद वो 15 अप्रैल की रात करीब 11 बजे अपने डिफेंस कॉलोनी के घर आये। उस वक्त वो नशे में थे, सीसीटीवी फुटेज में वो दीवार के सहारे लड़खड़ाकर चलते हुए दिख रहे हैं। उसके बाद अगले दिन यानि 16 अप्रैल को करीब 16 घंटे बाद घरवालों ने बताया कि उनकी नाक से खून निकल रहा है। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गयी। उस वक़्त घर में रोहित की पत्नी अपूर्वा, चचेरा भाई सिद्धार्थ और नौकर थे। जबकि रोहित की मां उज्ज्वला अपनी मेडिकल जांच कराने के लिए पहले से अस्पताल गयीं थीं। पुलिस अब रोहित के नौकरों और घरवालों से पूछताछ कर रही है।