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जयंती विशेष: तेज दिमाग लेकिन भावुक थे भारत के ‘मिसाइल मैन’ कलाम

समाचार फर्स्ट डेस्क |

आज देश के पूर्व राष्ट्रपति औऱ मसाइल मैन के नाम से लोकप्रिय एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है, वे भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। भारत रत्न से सम्मानित अब्दुल कलाम को जनता का राष्ट्रपति भी कहा जाता है। इनके जीवन का हर पहलू लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं, कलाम ने ये साबित किया है कि इंसान अपने कर्मों और ज्ञान से ही बड़ा बनता है। पूरी दुनिया जानती है कि बच्चों से प्यार करने वाले डॉ. कलाम ने शादी नहीं की थी। लेकिन फिर वह मानते थे कि उनके तीन बेटे हैं। एक विदेशी पत्रकार के द्वारा उनके परिवार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने गर्व से कहा कि पृथ्वी, जल और ब्रह्मोस ये तीनों मेरे बेटे हैं।

मिसाइल मैन का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था। सेंट ज़ोसेफ क़ॉलेज, तिरुचिरापल्ली से उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की थी। 2002 में कलाम ने भारत के 11वें राष्ट्रपति के रुप में शपथ ली। 27 जुलाई 2015 को जब उन्होंने आखिरी सांस ली थी तब वह आईआईएम में लैक्चर देने आए थे जिस दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ने से वह पंचत्तव में विलीन हो गए।

हालांकि बतौर वैज्ञानिक उन्होंने देश को मिसाइल टेक्नोलॉजी में विश्व स्तरीय बना दिया वहीं एक राष्ट्रपति के रूप में करोड़ों हिन्दुस्तानियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने की प्रेरणा भी दी। उनके विचार युवाओं के लिए बेहद प्रेरक रहे हैं।